नारायणपुर शासन की मंशानुसार नारायणपुर जिले के ग्रामीण एवं दूरस्थ आदिवासी क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सुविधायें मुहैय्या करायी जा रही है। लोगों तक डाक्टर एवं स्वास्थ्य अमला पहुंचकर स्वास्थ्य सुविधायें प्रदान कर रहा है। चिकित्सालय पहुंचने वाले मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिले इसके लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है। समय-समय पर इन सुविधाओं की जमीनी हकीकत को जानने जिला प्रशासन के मुखिया कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी अंदरूनी क्षेत्रों का दौरा कर इसकी जांच कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज कलेक्टर रघुवंशी ने ओरछा पहुंचकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया। इस दौरान कलेक्टर ने स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती किये गये मरीजों से बातचीत की और उनके बीमारी और ईलाज के बारे में डाक्टरों से जानकारी ली। बताया गया कि अधिकांश मरीज मलेरिया पीड़ित है, जिनकी जांच कर ली गयी है और आवश्यक दवाईया दी जा रही है। कलेक्टर ने मरीजों के बेड के पास ही मरीजों के नाम, बीमारी, पता और डाईग्लोशिस का पूर्ण विवरण रखने के निर्देश दिये।
कलेक्टर रघुवंशी ने वहां पोषण पुर्नवास केन्द्र का भी निरीक्षण किया और वहां भर्ती किये गये बच्चों के बारे में जानकारी ली। इस दौरान डॉ शैलेष साहू ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में उपस्थित स्टाफ, प्रतिदिन आने वाले मरीजों की संख्या, उपलब्ध दवाओं और सुविधाओं की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एक्स-रे मशीन उपलब्ध है, लेकिन लो-वोल्टेज की समस्या एवं इसका इंस्टालेशन नहीं होने के कारण इस सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। कलेक्टर ने इसके तत्काल लो वोल्टेज की समस्या दूर करने के लिए ट्रांसफार्मर लगाने एवं इंस्टालेशन के निर्देश दिये। यह भी बताया गया कि यहां निर्मित शौचालयों की मरम्मत कराना आवश्यक है, जिस पर कलेक्टर ने सीईओ जनपद पंचायत नारायणपुर को मरम्मत करवाने कहा। डॉ साहू ने बताया कि लैब टेक्नीशियन की आवश्यकता है, जिसे जीवन दीप समिति से रखने कहा। कलेक्टर ने ओरछा विकासखंड चिकित्सा अधिकारी को समय सीमा की बैठक में उपस्थित होने के निर्देश दिये। ओरछा विकासखंड दूरस्थ एवं संवेदनशील क्षेत्र होने के कारण यहां एक ही 108 एम्बुलेंस उपलब्ध है। क्षेत्र की आवश्यकताओं को देखते हुए यहां एक और 108 एम्बुलेंस रखने के निर्देश दिये।
इस दौरान कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र धनोरा पहुंचे, जहां उन्होंने मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी ली। कलेक्टर ने स्वास्थ्य केन्द्र की सुविधाओं को और बेहतर करने कहा। डॉ जैनेन्द्र ने बताया कि प्रसव पूर्व देखभाल केन्द्र (एआरसी) का भवन पूर्ण नहीं हो पाया है। इस भवन के पूर्ण होने पर इसका लाभ क्षेत्र में निवासरत् गर्भवती माताओं को मिल सकेगा। कलेक्टर ने एजेंसी के अधिकारियांे भवन निर्माण कार्य शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये। इसके अलावा चिकित्सालय में निर्मित शौचालयों के लिए सैप्टिक टैंक निर्माण तथा अतिरिक्त कक्ष निर्माण करने के निर्देश दिये। यह भी बताया गया कि स्वास्थ्य केन्द्र में पानी की व्यवस्था नहीं है, इस पर कलेक्टर ने पीएचई विभाग के अधिकारी को जल जीवन मिशन अंतर्गत बोर खनन के निर्देश दिये।