नई दिल्ली: भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने आधार कार्ड (Aadhaar Card) के दुरुपयोग का हवाला देते हुए लोगों को चेतावनी दी है कि वे किसी भी संगठन के साथ आधार की फोटोकॉपी साझा न करें. UIDAI ने आधार कार्ड का फोटोकॉपी देने के बजाय ‘मास्क्ड आधार’ (Masked Aadhaar) का इस्तेमाल करने की सलाह दी है. मास्क्ड आधार में आधार संख्या के केवल अंतिम 4 अंक ही दिखाई देते हैं. इसे UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट https://myaadhaar.uidai.gov.in से डाउनलोड किया जा सकता है.
UIDAI ने बताया है कि किसी भी आधार संख्या के अस्तित्व को https://myaadhaar.uidai.gov.in/verifyAadhaar पर सत्यापित किया जा सकता है. प्रधाकरण के मुताबिक, ऑफ़लाइन सत्यापित करने के लिए, आप एमआधार मोबाइल एप्लिकेशन में क्यूआर कोड स्कैनर का उपयोग करके ई-आधार या आधार पत्र या आधार पीवीसी कार्ड पर क्यूआर कोड को स्कैन कर सकते हैं.
UIDAI की विज्ञप्ति में कहा गया है, “कृपया ई-आधार डाउनलोड करने के लिए इंटरनेट कैफे/कियोस्क में सार्वजनिक कंप्यूटर का उपयोग करने से बचें. हालांकि, यदि आप ऐसा करते हैं, तो कृपया यह सुनिश्चित कर लें कि आप ई-आधार की सभी डाउनलोड की गई प्रतियों को उस कंप्यूटर से स्थायी रूप से हटा दें.”
विज्ञप्ति में कहा गया है, “केवल वही संगठन जिन्होंने यूआईडीएआई से उपयोगकर्ता लाइसेंस प्राप्त किया है, किसी व्यक्ति की पहचान स्थापित करने के लिए आधार का उपयोग कर सकते हैं. होटल या फिल्म हॉल जैसी बिना लाइसेंस वाली निजी संस्थाओं को आधार कार्ड की प्रतियां एकत्र करने या रखने की अनुमति नहीं है. यह आधार अधिनियम 2016 के तहत एक अपराध है. यदि कोई निजी संस्था आधार कार्ड देखने की मांग करती है या आधार कार्ड की फोटोकॉपी मांगती है, तो कृपया सत्यापित करें कि उनके पास यूआईडीएआई से वैध उपयोगकर्ता लाइसेंस है.”