Panchayat 2: पॉपुलर वेब सीरीज ‘पंचायत 2’ (Panchayat 2) में रिंकी के किरदार से सान्विका (Sanvikaa) ने लोगों के दिलों में खास जगह बना ली है. सीरीज में उनके काम को बहुत पसंद किया जा रहा है. इतना ही नहीं सान्विका अब नेशनल क्रश बन गई हैं और सोशल मीडिया पर लोग उन्हें शादी के लिए प्रपोज कर रहे हैं. मध्यप्रदेश के जबलपुर में जन्मीं सान्विका इंजीनियरिंग की पढ़ाई कम्प्लीट करने के बाद बेंगलुरू शिफ्ट हो गईं. हालांकि, उन्होंने शुरू से तय कर लिया था कि वह इंजीनियरिंग में अपना करियर नहीं बनाएंगी. अब सान्विका ने बताया कि उन्हें ‘पंचायत’ में रिंकी का रोल कैसा मिला.
पैरेंट्स से मैंने झूठ बोला
indianexpress.com के साथ बातचीत में सान्विका (Sanvikaa) ने कहा, ‘मैंने अपने पैरेंट्स से कहा कि मैं नौकरी के लिए बेंगलुरू जा रही हूं, लेकिन असल में मैंने उनसे झूठ बोला. 9 से 5 की नौकरी करना मेरा कभी लक्ष्य नहीं था. मैंने अपने ऑप्शंस खुले रखे थे. कुछ महीनों के बाद मैं मुंबई शिफ्ट हो गई और असिस्टेंट डायरेक्टर (कॉस्ट्यूम) बन गई. कुछ एड फिल्मों की शूटिंग के दौरान मैंने एक्टिंग में भी हाथ आजमाने के बारे में सोचा और ऑडिशन देना शुरू कर दिया. मैंने कुछ ऑडिशंस दिए और एड फिल्मों में एक्टिंग करने का मौका मिल गया’.
पैरेंट्स चाहते थे कि मैं जॉब करूं
सान्विका (Sanvikaa) ने बताया कि उनके पैरेंट्स चाहते थे कि वह कोई स्टेबल जॉब करे. उन्होंने कहा, ‘वे (पैरेंट्स) मुझे जॉब के विज्ञापन और एम्प्लॉयमेंट न्यूज के लिंक भेजते रहते थे और चाहते थे कि मैं ऐसे जॉब्स के लिए अप्लाई करूं. शुक्र है कि उन्होंने मुझे शादी करने के लिए नहीं कहा, क्योंकि उन्होंने मुझे अपना करियर बनाने की पूरी आजादी दी थी’.
ऐसे मिला रिंकी का रोल
उन्होंने कहा, ‘मैं एक एड फिल्म के ऑडिशन के लिए गई थी और वहां पर एक आदमी मेरे पास आया और मुझसे टीवीएफ में एक किरदार के लिए स्क्रीन टेस्ट करने के लिए कहा. मुझे नहीं पता था कि यह पंचायत के लिए था. शुक्र है कि मुझे सीरीज में एक रोल मिल गया. उन्होंने मुझसे कहा कि पहले सीजन में आपका छोटा रोल होगा लेकिन दूसरे सीजन में आपके किरदार को आगे बढ़ाया जाएगा’.
नीना और रघुबीर ने किया बहुत सपोर्ट
सान्विका (Sanvikaa) ने बताया कि, ‘जब टीवीएफ ने मुझ पर भरोसा दिखाया तो शुरुआत में मैं बहुत नर्वस थी. सोचने लगी कि क्या होगा अगर मैं उनकी उम्मीदों पर खरा ना उतर पाऊं? मुझे नीना जी और रघुबीर सर के साथ परफॉर्म करना था. यह बहुत मुश्किल था. हालांकि, उन्होंने मुझे बहुत सपोर्ट किया. वे मेरे परफॉर्मेंस को बढ़ाने के लिए क्रिएटिव इनपुट देते थे. उन्होंने मुझे हमेशा मुझे एक परिवार की तरह ट्रीट किया’.