रेल सुविधाओं की मांग को लेकर आंदोलनकारियों अपनी रणनीति का व्यापक बदलाव किया है। अब वे 31 मई को ध्यान आकर्षण धरना पर्दशन करेंगें । पहले आंदोलनकारी 29 मई को एक बड़े आंदोलन की तैयारी में थे । मगर अब वे बड़े आंदोलन की बजाए ध्यान आकर्षण धरना करने जा रहें है। रावघाट रेल लाईन विस्तार, जगदलपुर दुर्ग एक्सप्रेस को चालू करना, तथा कोरापुट विशाखापट्टनम को बस्तर से शुरू करने की मांग को लेकर लम्बे समय से कुछ संगठन प्रयास रत है। । इससे पूर्व भी बस्तर में रेल के बड़े आंदोलन हुए जिसमें बस्तरियों को सफलता भी मिली और समलेश्वरी आज बस्तर से दौड़ रहीं है।
आंदोलन कारियों से मिली जानकारी के मुताबिक 31 मई को ध्यान आकर्षण धरने का प्रर्दशन होगा । और 15 जून को रेल नहीं तो लोहा नहीं नारे के साथ रेल्वे को चेताने की गरज से तीव्र आंदोलन होगा । ज्ञात हो कि बस्तर से रेल्वे प्रशासन करोड़ों की आमदनी कर रहा है। और इसी बात के मद्देनजर आंदोलनकारी अपनी तीन मांगों के साथ रेल्वे से आर-पार की लड़ाई के मूड में है।
वे तीन मांगे है
रावघाट रेल लाईन को विस्तार दी जाए जिसके लिए हाल ही में अंतागढ़ से जगदलपुर तक पदयात्रा भी की गई थी। जिसे व्यापक जन समर्थन मिला ।
जगदलपुर -दुर्ग एक्सप्रेस को शुरू किया जाय और
कोरापुट विशाखापट्टनम को बस्तर से चलाई जाए बस्तर को रेल्वे ने इससे पूर्व भी छला है । ज्ञात हो कि रेल्वे जोन के जीएम आर शतपथी बस्तर आ चुके है और विस्ताडोम कोच को फरवरी माह से बस्तर से चलाने की बात कही थी जो आज तक पूरी नहीं हो सकी है।