रायपुर। कोदो-कुटकी के पौष्टिक गुणों के संबंध में देश में तेजी से जागरूकता बढ़ी है और इन उत्पादों की बड़ी माँग खड़ी हुई है। इस अवसर का पूरा लाभ किसानों को देने छत्तीसगढ़ सरकार इसकी प्रोसेसिंग को प्रोत्साहित कर रही है। भानुप्रतापपुर विधानसभा के दुर्गूकोंदुल (Durgukondul of the assembly) में भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने कोदो-कुटकी की प्रोसेसिंग कर रही महिलाओं से बातचीत की। मुख्यमंत्री ने चर्चा में कहा कि बस्तर की भूमि में होने वाले कोदो कुटकी के उत्पादन से किसानों और इसकी प्रोसेसिंग में हिस्सा ले रहे समूहों के लिए बड़ी संभावना है क्योंकि बस्तर में जंगली भूमि होने की वजह से तथा रासायनिक खाद का प्रयोग कम किये जाने की वजह से यहां के उत्पादन को अच्छा मूल्य मिल सकता है। इस वजह से हमने वनोपजों के प्रसंस्करण को बढ़ावा देने की नीति बनाई है और उस पर कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर लोगों से जैविक खाद के अधिकाधिक उपयोग की अपील भी की। इस मौके पर विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी एवं महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया भी मौजूद थीं।
पीएमजीएसवाय की पुलिया के लिए जमीन गई, कलेक्टर को जमीन दिलाने निर्देशित किया- ग्राम मेड़ो के किसान गणेशराम ने बताया कि वर्ष 2016-17 में गांव में पुलिया बनी। इसके लिए जमीन ली गई लेकिन मुआवजा नहीं मिल पाया है। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को किसानों को जमीन दिलाने का निर्देश दिया। उल्लेखनीय है कि पीएमजीएसवाय योजना में मुआवजे का प्रावधान नहीं है। जमीन के बदले जमीन ही दी जा सकती है। गांव के लोगों ने बताया कि गांव में 13 साल से स्कूल खुला है लेकिन भवन नहीं है। गांव वालों ने चंदा कर शेड बनाया है। बरसात में बहुत परेशानी होती है। इस पर मुख्यमंत्री ने मेड़ो में स्कूल भवन की घोषणा की। इसी तरह मिरवाही की निवासी संकरा बाई ने बताया कि राशन कार्ड नहीं बना है। मुख्यमंत्री ने खाद्य विभाग को आवश्यक कार्रवाई करने निर्देशित किया।
जाति प्रमाणपत्र बना की नहीं, पूछा मुख्यमंत्री ने- मुख्यमंत्री ने भेंट मुलाकात के दौरान शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति के बारे में भी जानकारी ली। जब उन्होंने जाति प्रमाणपत्र की जानकारी ली तो ग्रामीण रामदेव ने बताया कि हल्बा जाति का प्रमाणपत्र नहीं बन पाया है क्योंकि पुराने रिकार्ड नहीं मिल रहे हैं इसलिए मेरे दो बच्चों का प्रमाणपत्र नहीं बन पा रहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि दस्तावेज नहीं हो तो विषय ग्रामसभा के समक्ष रख सकते हैं। ग्रामसभा से पारित करने पर यह समस्या दूर हो जाएगी।
सविता उइके के यहां किया भोजन, बच्चों से पूछा, किस स्कूल में पढ़ते हो तो बताया स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में- मुख्यमंत्री ने पूर्व जनपद अध्यक्ष सविता उइके के घर में भोजन किया। वहां भोजन के दौरान उन्होंने बच्चों से पूछा कि किस स्कूल में पढ़ते हो। बच्चों ने बताया कि हम लोग स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडिम स्कूल में पढ़ते हैं। सविता ने मुख्यमंत्री से कहा कि आपकी वजह से बच्चों को गुणवत्तायुक्त अच्छी शिक्षा मिल पा रही है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दुर्गूकोंदल (Community Health Center Durgukondal) का किया निरीक्षण- मुख्यमंत्री ने दुर्गुकोंदुल में 30 बिस्तरों वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दुर्गूकोंदल का निरीक्षण भी किया। उन्होंने दंत चिकित्सा वार्ड, रेडियोग्राफी रूम, नवजात शिशु देखभाल केन्द्र, प्रयोगशाला, पंजीयन कक्ष, औषधि वितरण केन्द्र, प्रसव वार्ड, टीकाकरण कक्ष, टी.बी. क्लीनिक, आईसोलेशन कक्ष आदि का निरीक्षण कर अस्पताल में ईलाज हेतु आये मरीजों से हाल पूछा। यहां उन्होंने 80 प्रतिशत अस्थिबाधित ग्राम भंडारडिगी के नंदकिशोर और खुटगांव के मनोज कुमार को व्हील चेयर प्रदान किया। उन्होंने भंडारडिगी के श्रीराम और शामसिंह को ट्राइसिकल वितरित किया। मुख्यमंत्री ने भंडारडिगी के ही सगनु राम और सन्नुराम को श्रवण यंत्र भी प्रदान किया।
मुख्यमंत्री की प्रमुख घोषणाएं- मुख्यमंत्री ने ग्राम मेड़ो में स्कूल भवन, मिलेट प्रसंस्करण केंद्र को पिकअप और शेड, सभी देवगुड़ियों और घोटुल का जीर्णाेद्धार,सोलर स्ट्रीट लाइट के लिए 30 लाख रुपए, कोड़ेकुरसे में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने खूंटगांव में नलजल योजना के तहत नई पानी टंकी, हाटकोंदल में नया हायर सेकेंडरी स्कूल और दुर्गुकोंदुल सीएससी में बाउंड्रीवाल की घोषणा की। साथ ही उन्होंने सभी पात्र हितग्राहियों को पट्टा देने की घोषणा भी की। उन्होंने स्वर्गीय सुखदेव पातर ग्राम भेलवापानी को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का दर्जा देने की घोषणा भी की।