ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हापुड़ (Hapur) में कैमिकल फैक्ट्री में बड़ा हादसा हुआ है. यहां बॉयलर फटने (Hapur Boiler Blast) से कई मजदूर झुलस गए हैं. इस हादसे में 8 लोगों की मौत हुई है और कई लोग घायल हुए हैं. घायलों को नजदीक के अस्पतालों में ले जाया गया है. मौके पर आला अधिकारी भी पहुंच गए हैं. अधिकारियों का कहना है कि अभी मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. ये हापुड़ के धौलाना थाना के UPSIDC की घटना है. मौके पर पुलिस और दमकल विभाग की कई गाड़ियां पहुंच गई हैं और राहत बचाव कार्य किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि इस हादसे में अभी तक 8 मजदूरों के शव मिले हैं. हादसे में मरने वाले मजदूरों के शव बुरी तरह से जल चुके हैं. कुछ लोगों के अभी भी फैक्ट्री में फंसे होने की आशंका है. आसपास के लोगों का कहना है कि ये धमाका इतना तेज था कि उसकी आवाज काफी दूर तक सुनी गई. वहीं आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि एक औद्योगिक इकाई में उपकरण बनाने का कारखाना है, जिसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बनाने के लिए अधिकृत किया गया था. मामले में कुल 15 लोग घायल हुए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना में अब तक 8 लोगों की मौत हुई है. फॉरेंसिक और अन्य टीमें जांच कर रही हैं. हादसे में जो लोग भी दोषी पाए जाएंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी।
जनपद हापुड़ स्थित फैक्ट्री में बॉयलर फटने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में हुई जनहानि अत्यंत हृदय विदारक है।
मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।
संबंधित अधिकारियों को त्वरित गति से राहत-बचाव कार्य संचालित करने एवं घायलों का समुचित उपचार कराने हेतु निर्देश दिए गए हैं।
— Yogi Adityanath (मोदी का परिवार) (@myogiadityanath) June 4, 2022
मुख्यमंत्री योगी ने जताया दुख
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने इस हादसे पर दुख प्रकट किया है. उनके दफ्तर के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि सीएम ने जनपद हापुड़ (Hapur) स्थित एक फैक्ट्री में ब्वॉयलर फटने की दुर्घटना में हुई जनहानि पर गहरा शोक प्रकट किया है. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्माओं की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
अधिकारियों को दिए ये निर्देश
मुख्यमंत्री योगी (Yogi Adityanath) ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचकर बचाव कार्य कराने व मृतकों के परिजनों की हरसंभव मदद करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों को दुर्घटना की जांच विशेषज्ञों द्वारा कराने के लिए निर्देशित किया है।