जशपुर। जिले में आकाशीय बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। वहीँ यहाँ घंटों अंधविश्वास का खेल चलता रहा। परिजन इस आस में उसे घंटों गोबर में गाड़े रहे कि वह जीवित हो जाएगा, हालांकि ऐसा नहीं हुआ। कई लोग गोबर का लेप भी लगाते हैं कि झुलसा हुआ व्यक्ति जल्दी ठीक हो जाए।
पिछले दो साल में गाज गिरने से हुई मौतों के मामले में 34 फीसदी लोगों को गोबर में गाड़े या गोबर का लेप किए। विशेषज्ञों के अनुसार ऐसा करने से मरीज ठीक तो नहीं हाेगा, उल्टे इंफेक्शन का शिकार हो जाएगा।
यही नहीं, प्रदेश में गाज गिरने के बाद गंभीर रूप से घायल लोगों के शरीर में टूथपेस्ट से लेकर डीजल भी लगाते हैं। इस अंधविश्वास में कि मरीज को ठंडकता पहुंचेगी। कहीं-कहीं चावल के अंदर भी डाल देते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार ये कुरीति है। ऐसा करने से मरीज की जान को खतरा बढ़ जाता है। झुलसे व्यक्ति को तत्काल अस्पताल पहुंचाए, जिससे समय पर इलाज शुरू हो सके।