जगदलपुर / मां दंतेश्वरी मंदिर के चार में से तीन दानपेटियों को आज खोला गया और दान राशि की गणना की गई। दानपेटी में 3.77 ग्राम का एक स्वर्ण आभूषण और 26.50 ग्राम के चांदी के आभूषण मिले। इसके साथ ही यहां 7 लाख 31 हजार 787 रूपए नोट के रूप में मिले। दान राशि की गणना के दौरान जगदलपुर तहसीलदार पुष्पराज पात्र, लोहण्डीगुड़ा तहसीलदार अर्जुन श्रीवास्तव, नायब तहसीलदार श्री जीवेश शोरी, टेम्पल कमेटी के सदस्य श्री विजय भारत एवं श्री श्रीनिवास मिश्रा, मुख्य पुजारी श्री कृष्ण कुमार पाढ़ी, राजस्व निरीक्षक श्री अंशुमाली वर्मा, टेम्पल कमेटी के लिपिक श्री सिद्धुराम बघेल सहित तहसील कार्यालय के कर्मचारी उपस्थित थे।
1890 में रियासत काल में बने इस मंदिर का अपना एक इतिहास है । काकतिय वंश के महाराजा दलपत देव ने इस मंदिर का निर्माण कराया था। उस समय से लेकर आज तक इस मंदिर में छोटे-मोटे जीर्णोद्धार के बावजूद मूल रूप में यह मंदिर आज भी विद्यमान है और बस्तर संभाग ही नहीं वरन् दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं के आस्था का केन्द्र है। बस्तर की एतिहासिक दशहरा के दौरान यह मंदिर सभी प्रकार के रीतिरिवाजों का केन्द्र होता है ।