बिलासपुर। राजस्थान के कोटा (Kota of Rajasthan) में रहकर मेडिकल की तैयारी कर रही बिलासपुर की 17 साल की स्टूडेंट की हत्या (Bilaspur’s 17-year-old student murdered) करने वाले युवक की पहचान पबजी गेम के जरिए हुई थी। ऑनलाइन गैम खेलते समय युवक और स्टूडेंट इंस्टाग्राम (Instagram) और सोशल मीडिया के दूसरे प्लेटफॉर्म्स पर चैटिंग करने लगे। फिर उनकी नजदीकियां बढ़ गई थीं। इसके बाद दोनों मोबाइल में बातें करने लगे और लड़की के घर से दूर कोटा में मिलने का प्लान बनाया। पहली मुलाकात में ही युवक को पता चला कि लड़की किसी और से भी बात करती है, तब उसने अपना आपा खो दिया और पत्थर से सिर कुचलकर उसे मार डाला।
मेडिकल की तैयारी करने वाली छात्रा के लाश मिलने के बाद पुलिस ने मोबाइल लोकेशन और आधार कार्ड के माध्यम से गुजरात के गांधीनगर (Gandhinagar of Gujarat) के रहने वाले युवक किशन ठाकोर (22 साल) की पहले ही पहचान कर ली थी। गुरुवार की सुबह कोटा पुलिस की टीम उसे पकड़ने के लिए गुजरात के लिए रवाना हो गई थी। शाम को पुलिस ने गांधीनगर से उसे हिरासत में ले लिया।
दूसरी की एंट्री ने करवाई हत्या
पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में युवक ने बताया कि दोनों मोबाइल से बातचीत करते थे। लड़की के पढ़ाई करने के लिए कोटा आने की उसे पहले से ही जानकारी थी। यही वजह है कि यहां उसने मिलने का प्लान बनाया था। उसने पुलिस को बताया कि जब दोनों घूमने जा रहे थे, तभी उसे पता चला कि लड़की किसी और लड़के से भी बात करती है। बस इसी बात को लेकर उनके बीच झगड़ा शुरू हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि किशन ने पत्थर से लड़की का सिर कुचल दिया और उसकी लाश को जंगल में फेंककर वह फरार हो गया। और नयापुरा से बस पकड़कर उसी रात गुजरात के गांधीनगर के लिए निकल गया।
आरोप से पूछताछ अब भी जारी
आरोपी किशन पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद बार-बार अपना बयान बदल रहा है। अभी तक वह हत्या के कारणों का स्पष्ट वजह नहीं बता पाया है। पुलिस आरोपी से अभी और डिटेल में पूछताछ कर रही है। कोटा पुलिस का दावा है कि इस मामले में और भी खुलासे होने की संभावना है। उसके बयान बदलने और छोटी सी बात को लेकर कहासुनी होने पर हत्या को लेकर पुलिस को संदेह है। यही वजह है कि उससे बारीकी से पूछताछ की जा रही है।
फैमिली का डर नहीं हो, इसलिए मिलने के लिए कोटा चुना
आरोपी किशन 22 साल का है और थर्ड ईयर में पढ़ाई करता है। उसके पिता नहीं हैं। शुरुआती जांच में सामने आया कि वह छात्रा से मिलने बिलासपुर नहीं गया, क्योंकि उसे वहां उसकी फैमिली का डर था। जब छात्रा कोटा आई तो उसने मिलने का प्लान बनाया था।
बेटी का चेहरा भी नहीं देख सकी मां, मौत से है अनजान
इधर, छात्रा की मां की तबीयत खराब है। उन्हें किडनी की बीमारी है। इसके चलते परिजन ने उन्हें अब तक बेटी की मौत की जानकारी नहीं दी है। शव के क्षत-विक्षत होने की वजह से परिजनों ने कोटा के ही कब्रिस्तान में उसका दाह संस्कार कर दिया। पिता व परिजन कोटा से बिलासपुर के लिए रवाना हो गए हैं, लेकिन अब तक घर नहीं पहुंचे हैं। ऐसे में उसकी मां अपनी बेटी के बारे में ही सवाल कर रही है। परिजन उसे दिलासा दे रहे हैं और गायब होने के बाद नहीं मिलने की बात कह रहे हैं। उस मां को कौन बताए कि अब वह अपनी बेटी की चेहरा भी नहीं देख पाएगी।