रायपुर। बिलासपुर (Bilaspur)पुलिस टीम (police team)ने पुलिस विभाग (Police Department)में फर्जी नियुक्ति मामले (fake appointment cases)का भांडाफोड़ा(busted) किया है। आरोपी से फर्जी नियुक्ति पत्र भी बरामद किया गया है। एडिशनल एसपी उमेश कश्यप (Umesh Kashyap)ने खुलासा किया कि आरोपी फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर ज्वाइन करने पुलिस कप्तान कार्यालय पहुंचा। इसी दौरान शाखा प्रभारी(branch in-charge) को दाल में कुछ काला नजर आया। मामले की शिकायत सिविल लाइन(civil Line) में किया। पुलिस ने आरोपी पीयूष प्रजापति (Piyush Prajapati)को तत्काल अपने कब्जे में लिया। पूछताछ के बाद फर्जी नियुक्ति पत्र बनाने और ठगी करने वालों के खिलाफ अपराध कायम किया है।
बिलासपुर पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी। जहां पर एक ऐसे गिरोह का खुलासा किया है, जो पुलिस विभाग में ही नौकरी का नियुक्ति पत्र दिया। इस पूरे मामले में पुलिस ने चार लोगो को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया की शहर में एक ऐसा गिरोह जो पुलिस विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर मोटी रकम लेता था। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब एक युवक बिलासपुर के पुलिस अधीक्षक कार्यालय में अपनी आमद देने नियुक्ति पत्र लेकर स्थापना कक्ष पहुंचा। स्थापना शाखा प्रभारी ने नियुक्ति पत्र देखकर पूरा मामला समझ गए। और इसकी सूचना थाना सिविल लाइन को दी।जहा पर सिविल लाइन पुलिस ने फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर आए आरोपी पीयूष प्रजापति को थाना लाया गया और मामला कायम कर। इस मामले की तफ्तीश में जुट गई। आरोपी पीयूष प्रजापति से पूछताछ करने पर उसने बताया की भाजपा पार्षद रेणुका नागपुरे, निगम कर्मी भोजराज नायडू, पुलिस विभाग में पदस्थ आरक्षक पंकज शुक्ला, ये तीनों भी इस गिरोह में शामिल है। और इनके द्वारा ही फर्जी नियुक्ति पत्र दिया गया। इस मामले में पुलिस ने आरोपी पीयूष प्रजापति ,भोजराज नायडू, रेणुका प्रसाद नगपुरे, पंकज शुक्ला को गिरफ्तार कर इनके पास 8लाख रुपए नगद और स्कैनर प्रिंटर, लेपटॉप जप्त किया गया है।