Agnipath Scheme Protest । महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने सेना में भर्ती की नई अग्निपथ योजना के विरोध पर अफसोस जताया है। साथ ही उन्होंने इस योजना के तहत भर्ती किए जाने वाले युवाओं को नौकरी देने का ऑफर दिया है। आपको बता दें कि आनंद महिंद्रा की ओर से यह ऑफर ऐसे समय में आया है, जब सरकार और विभिन्न मंत्रालयों ने अग्निपथ योजना के खिलाफ देशभर में हो रहे विरोध के बीच कई रियायतों देने का ऐलान किया है। इसके बाद भी देश में Agnipath Scheme के विरोध में सोमवार को भारत बंद का आह्वान किया गया है।
आनंद महिंद्रा ने किया ये ट्वीट
आनंद महिंद्रा ने सोमवार सुबह ट्वीट में लिखा कि Agnipath Scheme को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन से दुखी हूं। बीते साल जब इस योजना का विचार आया तो मैंने कहा था और अब मैं इसे फिर से दोहराता हूं कि अग्निवीर Agnipath Scheme के तहत जो अनुशासन और कौशल सीखेंगे, वह उन्हें रोजगार के बेहतरीन अवसर प्रदान करेगा। आनंद महिंद्रा ने कहा कि महिंद्रा समूह ऐसे प्रशिक्षित, सक्षम युवाओं की भर्ती का स्वागत करता है।
यूजर्स ने पूछा सवाल, कौन का पद देंगे
आनंद महिंद्रा के इस ट्वीट का कई लोगों ने स्वागत किया है, वहीं एक यूजर ने सवाल पूछा कि महिंद्रा ग्रुप में एग्निवर्स को कौन सा पद दिया जाएगा? इसके जवाब में आनंद महिंद्रा ने कहा कि कॉरपोरेट सेक्टर में एग्निवर्स के लिए रोजगार के अपार अवसर हैं। नेतृत्व, टीम वर्क और शारीरिक प्रशिक्षण से उद्योग जगत को ‘अग्निवीर’ के रूप में बाजार के अनुरूप तैयार पेशेवर मिलेंगे। आनंद महिंद्रा ने आगे कहा कि संचालन से लेकर प्रशासन और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन तक का पूरा बाजार अग्निवीरों के लिए खुला रहेगा।
जानें क्या है अग्निपथ योजना
हाल ही में सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार ने Agnipath Scheme का ऐलान किया है। थल सेना, वायुसेना और नौसेना में भर्ती की नई Agnipath Scheme के तहत शुरुआत में युवाओं को 4 साल के लिए रखा जाएगा। प्रशिक्षण के बाद अग्निवीरों की तैनाती की जाएगी। 4 साल बाद 25 फीसदी अग्निवीरों को सेना में आगे रखा जाएगा। हालांकि इस योजना के विरोधियों का आधारहीन तर्क ये है कि इससे बेरोजगारी और बढ़ेगी और उनका करियर अनिश्चित हो जाएगा।
अग्निवीरों को सरकार दे रही ये रियायतें
केंद्र सरकार ने Agnipath Scheme के तहत चुने जाने वाले अग्निवीरों को कई रियायत देने का ऐलान किया है। इसके तहत रक्षा मंत्रालय में नौकरी और अग्निवीरों के लिए सशस्त्र बलों में 10 प्रतिशत आरक्षण शामिल है। साथ ही उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, कर्नाटक, असम, अरुणाचल जैसे कई राज्यों ने सरकारी नौकरियों में अग्निशामकों को प्राथमिकता देने का भी ऐलान किया गया है।