ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। छत्तीसगढ़ में पांच दिन पहले आया दक्षिण-पश्चिम मानसून (south west monsoon) अब पूरे प्रदेश में सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग ने इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी है। मानसून तंत्र ने 15 जून की रात बस्तर से प्रदेश में प्रवेश किया था। 16 जून को वह दुर्ग तक पहुंच गया। 19 जून की सुबह 8 बजे तक वह दुर्ग में ही अटका रहा था। मौसम विभाग (weather department) ने कल मंगलवार 21 जून को रायपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में भारी से मध्यम बारिश का अनुमान जताया गया है।
गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना
मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा पोरबंदर, बडौदा, शिवपुरी, रीवा, चुर्क तक पहुंच गई है यानी यह छत्तीसगढ़ की सीमाओं को पार कर उत्तर-प्रदेश, बिहार तक पहुंच गई है। इस दो स्थानीय मौसमी तंत्र भी सक्रिय हुए हैं। एक पूर्व-पश्चिम द्रोणिका पश्चिम उत्तर प्रदेश से बांग्लादेश तक स्थित है। वहीं एक द्रोणिका दक्षिण छत्तीसगढ़ से दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश तक विस्तारित है। इसके प्रभाव से प्रदेश में 21 जून को अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ बिजली गिरने तथा भारी वर्षा होने का अनुमान है।
गरियाबंद में खूब बरसात हुई
मौसम विभाग के मुताबिक रविवार-सोमवार की रात गरियाबंद, बिलासपुर, मुंगेली और रायगढ़ में खूब बरसात हुई। गरियाबंद के छुरा में तो 10 सेंटीमीटर बरसात रिकॉर्ड हुआ है। वहीं बिलासपुर के कोटा में 9 सेंटीमीटर, मुंगेली के लोरमी में 8 और पथरिया में 7 सेंटीमीटर बरसात दर्ज हुई है। रायपुर, बलौदा बाजार, धमतरी, कबीरधाम, बेमेतरा, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिलों में भी बरसात हुई है। सोमवार को भी सुबह से पूरे प्रदेश में घने बादल छाए हुए हैं। कहीं-कहीं छिटपुट बरसात की खबर है।
दिन और रात का तापमान लगभग बराबर
मानसून के सक्रिय हो जाने के बाद बिलासपुर के अधिकतम तापमान में 13 डिग्री सेल्सियस की भारी गिरावट हुई है। रविवार को वहां का अधिकतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। वहीं न्यूनतम तापमान 24.2 डिग्री सेल्सियस रहा। रायपुर में अधिकतम तापमान 32.2 डिग्री था जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम है। पेण्ड्रा रोड में यह 29 डिग्री और अंबिकापुर में 31 डिग्री सेल्सियस मापा गया।