रायपुर। राजनांदगांव (Rajnandgaon)जिला किसान संघ(farmers union) ने केंद्र सरकार (Central government)के अग्नीपथ योजना (Agneepath Yojana)का विरोध करते हुए अग्नीपथ विरोध दिवस (Agneepath Protest Day)मनाया। इस दौरान किसानों ने हाथों में बैनर लेकर अग्नीपथ योजना वापस लो के नारे लगाए और इस योजना को जवान विरोधी, किसान विरोधी और देश विरोधी बताया।
सेना में भर्ती के लिए भारत सरकार द्वारा सशस्त्र बलों की तीनों सेवा में भर्ती के लिए रक्षा मंत्रालय के माध्यम से अग्नी वीरो की नियुक्ति की जानी है, जिसको लेकर देशभर में हुए विरोध के स्वर अब किसान संगठनों में भी गूंजते दिखाई दे रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा दिल्ली के आह्वान पर राजनांदगांव जिला किसान संघ ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने इस अग्नीपथ योजना का विरोध करते हुए इस योजना को वापस लेने के नारे लगाए। इस दौरान जिला किसान संघ के संयोजक सुदेश टीकम ने कहा कि केंद्र सरकार की यह योजना जवान विरोधी, किसान विरोधी और देश विरोधी है। उन्होंने कहा कि सेना में अधिकांश जवान कृषिक परिवार से ही होता हैं इन्हें सरकारी स्थाई नौकरी देने की जगह में 4 साल की नौकरी दे रही है और इन्हें ना पेंशन दिया जाएगा और ना ही कोई रैंक मिलेगा। जिससे सेना का मनोबल कम होगा।
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सरकार की अग्निपथ योजना का विरोध करते हुए किसानों ने सरकार से इस योजना को वापस लेने की मांग कर राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। जिसमें इस मामले में हस्तक्षेप कर इस योजना को वापस लेने की बात कहीं गई है। रक्षा मंत्रालय द्वारा 16 जून 2022 को अग्नीपथ योजना की घोषणा की गई थी , जिसके बाद से ही इस योजना को लेकर युवाओं का विरोध देखा जा रहा था। अब किसान संगठन भी इस योजना के विरोध में सामने आ रहे हैं और इस योजना को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।