वॉट्सऐप आपत्तिजनक और संवेदनशील कंटेंट की रोकथाम के लिए सख्त रवैया अपना रहा है। इसी क्रम में वॉट्सऐप ने मई में 19 लाख से ज्यादा अकाउंट्स को बैन कर दिया। दरअसल, वॉट्सऐप ने नए आईटी नियम 2021 के अनुपालन में भारत में अपनी मंथली रिपोर्ट का 12वां एडिशन प्रकाशित किया है, जिसमें इस बात का खुलासा हुआ। रिपोर्ट के लेटेस्ट एडिशन में, कंपनी ने बताया कि उसने 1 मई से 31 मई, 2022 के बीच अपने प्लेटफॉर्म से 19 लाख से अधिक अकाउंट्स पर प्रतिबंध लगा दिया।
1 से 31 मई के बीच मिलीं 303 बैन अपील
मैसेजिंग प्लेटफॉर्म ने खुलासा किया कि उल्लिखित समय अवधि के दौरान, उसे कुल 303 बैन अपील रिपोर्ट मिलीं, जिनमें से उसने 23 रिपोर्ट्स पर ‘कार्रवाई’ की। कंपनी को कुल 149 अकाउंट सपोर्ट रिपोर्ट, 34 प्रोडक्ट सेफ्टी रिपोर्ट और 13 सेफ्टी रिपोर्ट्स भी मिलीं। इसने इनमें से किसी भी रिपोर्ट पर कार्रवाई नहीं की। कुल मिलाकर, वॉट्सऐप को 1 मई से 31 मई के बीच 528 रिक्वेस्ट प्राप्त हुए, जिनमें से उसने केवल 23 रिपोर्ट्स पर कार्रवाई की। इसने इसी अवधि के दौरान अपने प्लेटफॉर्म से कुल 19,10,000 अकाउंट्स पर भी प्रतिबंध लगा दिया।
कंपनी ने कहा ये
कंपनी ने कहा कि ग्रीवांस चैनल के माध्यम से उपयोगकर्ता की शिकायतों का जवाब देने और उन पर कार्रवाई करने के अलावा, यह ‘प्लेटफॉर्म पर हानिकारक व्यवहार को रोकने के लिए टूल और रिसोर्सेस’ भी तैनात करता है। वॉट्सऐप ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा, “हम विशेष रूप से रोकथाम पर फोकस कर रहे हैं क्योंकि हमारा मानना है कि हानिकारक गतिविधि को पहले स्थान पर ही रोकना बेहतर है, ना की नुकसान होने के बाद।”
रिपोर्ट नए आईटी नियम 2021 का हिस्सा
विशेष रूप से, यह रिपोर्ट नए आईटी नियम, 2021 का एक हिस्सा है, जिसके एक हिस्से के रूप में, पांच मिलियन से अधिक ग्राहकों वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को भारत में मंथली कंपाइलेंस रिपोर्ट प्रकाशित करनी होती है।
अप्रैल में बैन किए थे 16 लाख+ अकाउंट
दूसरी ओर, कंपनी ने 1 अप्रैल, 2022 और 30 अप्रैल, 2022 के बीच भारत में कुल 16,66,000 अकाउंट्स पर प्रतिबंध लगा दिया। इसी अवधि के दौरान, कंपनी को कुल 670 बैन अपीलें मिलीं, जिनमें से 122 रिपोर्ट पर कार्रवाई की गई। कंपनी को 90 अकाउंट सपोर्ट रिक्वेस्ट, 34 प्रोडक्ट सपोर्ट रिक्वेस्ट और 13 सेफ्टी रिक्वेस्ट भी मिले। इसने इनमें से किसी भी रिक्वेस्ट पर कार्रवाई नहीं की। इस साल अप्रैल के महीने में कंपनी को कुल मिलाकर 844 रिक्वेस्ट प्राप्त हुए, जिनमें से उसने केवल 123 रिक्वेस्ट्स पर कार्रवाई की।