भिलाई। मणिपुर के इंफाल में हुए भूस्खलन में भिलाई के कपिल देव पाण्डेय बलिदान हो गए। बुधवार की रात दस बजे वे लापता हुए थे। सेना के रेस्क्यू आपरेशन के दौरान रविवार को उनका शव बरामद किया गया। खबर लगते ही भिलाई में मातम पसर गया। घटना के ठीक पांच मिनट पहले उन्होंने मोबाइल पर अपनी मां से बात की थी। उसके बाद उनका फोन बंद हो गया था। रविवार को उनके बलिदान होने की खबर आई।
बता दें कि कपिल देव पाण्डेय भिलाई के रहने वाले थे। पत्रकार भावना पाण्डेय के भाई थे। कपिल देव पाण्डेय (42) 107 रायफल्स गोरखा बटालियन में मणिपुर में लेफ्टीनेंट कर्नल थे। मणिपुर के नौनी जिले के तुपुल में रेलवे ट्रेक बिछाने व रेलवे स्टेशन निर्माण काम चल रहा है। बोडो उग्रवादियों के प्रभाव वाले इस इलाके में गोरखा राइफल्स को तैनात किया गया है।
कपिल देव पाण्डेय अपनी टुकड़ी के साथ यहीं तैनात थे। परिजनों के मुताबिक कपिल देव पाण्डेय की पढ़ाई भिलाई में ही हुई थी। शुरू से उन्हें सेना में जाने का जुनून था। कपिल देव को घर में प्यार से पोंचू कहकर बुलाया जाता था। बलिदान कपिल देव का सात साल का एक बेटा है, जो दिल्ली में पढ़ाई कर रहा है।