रायपुर। RAIPUR NEWS : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने चाइनीज कंपनी शाओमी (Xiomi) के बाद अब वीवो (Vivo) के ठिकानों पर छापा मारा है। स्मार्टफोन बनाने वाली चीन की इस कंपनी पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है और ईडी इसकी जांच कर रही है। अधिकारियों के मुताबिक देशभर में वीवो और उससे जुड़ी कंपनियों के 44 ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई चल रही है। वहीँ इसी कड़ी में वीवो कंपनी के रायपुर आफिस में ईडी की टीम ने छापेमारी की है। बताया जा रहा है कि राजधानी के तेलीबांधा स्थित वीवो दफ्तर में ईडी के करीब दर्जनभर से ज्यादा अधिकारी मौजूद हैं। छापेमारी के दौरान ईडी की टीम लैपटाप, हार्ड डिस्क समेत कई इलेक्ट्रानिक डिवाइस की जांच कर रही है।
देश के मोबाइल फोन मार्केट में चीनी कंपनियों का दबदबा है। इनमें श्याओमी (Xiaomi), ओप्पो (Oppo) और वीवो (Vivo) शामिल हैं। भारत में ये कंपनियों दोनों हाथों से कमा रही हैं लेकिन एक भी पैसे का टैक्स (Tax Payment) नहीं देती हैं। सरकार ने इन कंपनियों के गोरखधंधे को उजागर करने के लिए एक विस्तृत जांच (Multi agency probe) शुरू की थी। यह जांच कई एजेंसियां कर रही हैं। इन कंपनियों पर पिछले कुछ वर्षों के दौरान नियामकीय फाइलिंग और दूसरी तरह की रिपोर्टिंग में अनियमितता बरतने का आरोप है। साथ ही उनकी बिजनेस प्रैक्टिसेज की भी जांच की जा रही है।
इनकम छुपाने का लगा आरोप
चीनी कंपनियों पर आरोप है कि उन्होंने अपनी इनकम के बारे में जानकारी छिपाई, टैक्स से बचने के लिए प्रॉफिट की जानकारी नहीं दी और भारतीय बाजार में घरेलू इंडस्ट्री (Domestic Company) को तबाह करने के लिए अपने दबदबे का इस्तेमाल किया। साथ ही इन कंपनियों पर कंपोनेंट्स लेने और प्रोडक्ट्स के डिस्ट्रिब्यूशन में पारदर्शिता नहीं बरतने का भी आरोप है। चीनी कंपनियों ने रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज में जो फाइलिंग की है, उसमें घाटा दिखाया है। जबकि इस दौरान उनकी जबरदस्त बिक्री रही और सबसे ज्यादा फोन बेचने वाली कंपनियों की लिस्ट में वे टॉप पर रहीं।