भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच की मेजबान टीम ने सात विकेट से जीत लिया है। एजबेस्टन में खेले गए सीरीज के आखिरी मुकाबले को इंग्लैंड ने 378 रन का लक्ष्य हासिल करते हुए अपने नाम किया। इस मैच की समाप्ति के साथ ही पिछले साल शुरू हुई पांच मैचों की टेस्ट सीरीज 2-2 की बराबरी पर खत्म हुई।
एजबेस्टन टेस्ट से पहले भारतीय टीम 2-1 से आगे थे और उसके पास सीरीज जीतकर इतिहास रचने का मौका था। लेकिन भारतीय टीम मजबूत बढ़त के बावजूद मैच गंवा बैठी। भारत की तरफ से पांच खिलाड़ी ऐसे रहे, जिनका इस मैच में ना के बराबर योगदान रहा।
आइए जानते हैं कि उन पांचों खिलाड़ियो के बारे में जिनकी वजह से टीम इंडिया को करारी हार का सामना करना पड़ा…
विराट कोहली:
पूर्व कप्तान विराट कोहली ने एक बार फिर से बल्ले से निराश किया। उनकी खराब फॉर्म यहां भी जारी रही और वह दोनों पारियों में कुल मिलाकर 31 रन ही बना पाए। उन्होंने पहली पारी में 11 तो दूसरी पारी में सिर्फ 20 रन ही बनाए। विराट ने मैच के दौरान कई अहम कैच भी छोड़े।
शुभमन गिल:
केएल राहुल की गैरमौजूदगी में शुभमन गिल को इस मैच में मौका दिया गया और उन्हें पारी की शुरुआत की जिम्मेदारी दी गई। ऑस्ट्रेलिया में जीत में अहम भूमिका निभाने वाल गिल इस मैच में पूरी तरह से फेल रहे। उन्होंने दोनों पारियों में मिलाकर सिर्फ 21 रनों (17+4) का योगदान दिया। वह पूरी तरह से जूझते नजर आए और अपना फेंककर चलते बने।
श्रेयस अय्यर:
रोहित शर्मा के कोरोना की वजह से मैच से बाहर होने के बाद श्रेयस अय्यर को मध्यक्रम में खेलने का मौका मिला। लेकिन उन्होंने इस मौके का कोई फायदा नहीं उठाया। श्रेयस दोनों पारियों में मिलाकर सिर्फ 34 रन (15+19) ही बनाए। टीम को जिस वक्त उनसे एक साझेदारी और बड़ी पारी की उम्मीद थी, उस वक्त उन्होंने खराब शॉट खेलकर अपना विकेट गंवाया।
हनुमा विहारी:
हनुमा विहारी इस मैच में कोई योगदान नहीं दे पाए। पिछले कुछ समय से खराब फॉर्म से गुजरने के बावजूद उन्हें इस मैच में मौका मिला, लेकिन उन्होंने फिर से निराश किया। विहारी को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया लेकिन वह मैच में सिर्फ 31 रन (20+11) ही बना पाए। उन्होंने इंग्लैंड की दूसरी पारी में जोनी बेयरस्टो का 18 रन के स्कोर पर एक आसान कैच भी छोड़ा।
शार्दुल ठाकुर:
पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ ऑलराउंड प्रदर्शन करने की वजह से इस बार शार्दुल को उमेश यादव और अश्विन जैसे खिलाड़ियों पर तरजीह दी गई। लेकिन शार्दुल इस मैच में पूरी तरह से नाकाम रहे और टीम के लिए एक बोझ साबित हुए। बल्लेबाजी में जहां उन्होंने सिर्फ पांच रन (1+4) बनाए तो वहीं गेंदबाजी में भी फ्लॉप रहे। शार्दुल ने गेंदबाजी में पहली पारी में सात ओवर में 48 रन देकर एक विकेट लिए तो वहीं दूसरी पारी में आठ ओवर में बिना किसी विकेट के 35 रन दे दिए।