जगदलपुर, 05 जुलाई। बस्तर गोंचा पर्व के हेरा पंचमी पूजा विधान के पूर्व संध्या पर आज 360 घरऔर अन्य ब्राह्मण समाज के द्वारा प्रति वर्ष की भंति इस वर्ष भी समाज के 80 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों का सम्मान करने की परंपरा का निर्वहन किया गया जिसमें समाज के सबसे वयोवृद्ध सम्मानित सदस्य धनुर्जय पानीग्राही उम्र 103 वर्ष निवासी पोटानार के साथ अन्य वयोवृद्ध सम्मानित सदस्यों का सम्मान किया गया। इसके अलावा बस्तर गोंचा महापर्व के दौरान भगवान जगन्नाथ के रजत आभूषण की सफाई करने वाले स्वर्णकार एवं भगवान के कपड़े सिलने वाले दर्जी व तुपकी बनाने वाले व पेंग बेचने वाले ग्रामीणों सहित 35 लोगों का सम्मान किया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 360 ब्राह्मण समाज के 80 वर्ष से ऊपर की आयु के सम्मानित सदस्यों जिन्हें सम्मानित किया गया उसमें सुंदर नाथ जोशी, गोपाल प्रसाद पांडे, घनश्याम जोशी, चेतन प्रसाद पांडे, सुलोचना जोशी, अनंत प्रसाद, त्रिलोचन पानीग्राही, सत्यानंद पांडे, कुर्तीवास पाढ़ी, निशामनी पांडे, उदय पानीग्राही, कुर्तीवास पानीग्राही, प्रेमवती पांडे गजेंद्र पानीग्राही, शंकर प्रसाद जोशी, कार्तिकेश्वर पात्र, मुरलीधर पानीग्राही का सम्मान किया गया।
सम्मान की इसी कड़ी में तुपकी निर्माण करने वाले एवं पेंग बेचने वाले ग्रामीणों का भी सम्मान किया गया जिसमें जयराम सेठिया, बैसाखू बघेल, लक्ष्मीनाथ, हेमराज नाग, सुरूपीला बघेल, रूपसिंह नाग, बलदेव नाग, श्रीमति सुमनी मौर्य एवं श्रीमति सुखाराको सम्मानित किया गया। सम्मान की इसी कड़ी में जगन्नाथ स्वामी के आभूषणों की सफाई करने वाले सोनार त्रिनाथ सोनी एवं भगवान के कपड़े सिलने वाले टेलर मास्टर विनोद पवार तथा रथ सजाने वाले बलराम का भी सम्मान किया गया।
360 घर ब्राह्मण समाज केअध्यक्ष ईश्वर खंबारी ने बताया कि गोंचा महापर्व हेरा पंचमी के अवसर पर समाजके वरिष्ठजन, तुपकी बनाने वाले ग्रामीणों, रथ साज-सज्जा करने वाले और भगवान जगन्नाथ स्वामी, बलभद और देवी सुभद्रा के रजत आभूषण को सफाई करने वाला स्वर्णकार सहित 35 लोगों का सम्मान किया गया।