बीजापुर। CG BREAKING : जिले में सर्चिंग से लौट रहे CRPF जवानों की टीम में से एक जवान बरसाती नाले में बह गया है। हादसा शुक्रवार सुबह करीब 7 बजे हुआ है। CRPF के जवान ग्रामीणों की मदद से पानी में बहे साथी जवान को ढूंढने में लगे हुए हैं। हालांकि, हादसे के 8 घंटे बाद भी जवान का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। मामले की पुष्टि बीजापुर के CRPF DIG कोमल सिंह (CRPF DIG Komal Singh) ने की है।
जानकारी के मुताबिक, बस्तर संभाग में माओवादियों के खिलाफ ऑपरेशन मानसून (Operation Monsoon) चलाया जा रहा है। इसी ऑपरेशन के तहत CRPF 210 बटालियन के जवान सुकमा और बीजापुर जिले की सरहद पर बसें नक्सल प्रभावित गांव सिलगेर के जंगल में सर्चिंग के लिए गए हुए थे। गुरुवार की रात भर तेज बारिश के बीच जवानों ने नक्सलगढ़ की खाक छानी। वहीं शुक्रवार की सुबह पहाड़ों से बहकर आने वाले बरसाती नाले को जवान एक दूसरे का हाथ पकड़कर पार कर रहे थे।
इसी बीच जवान सूरज आर का हाथ छूटा और वह पानी में बह गया। साथी जवानों ने सूरज को पकड़ने पानी में छलांग लगाई, लेकिन पकड़ नहीं पाए। इस हादसे के बाद गांव के ग्रामीणों की मदद से जवान पानी में बहे सूरज को ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, जल स्तर ज्यादा होने की वजह से थोड़ी मुश्किलें आ रही हैं।
जानिए क्या है ऑपरेशन मानसून?
ठंड और गर्मी के मौसम में नक्सली लगातार अपना ठिकाना बदलते रहते हैं। लेकिन, बारिश के मौसम में ज्यादातर नक्सली एक ही जगह कैंप लगा कर अपना डेरा जमाए हुए रहते हैं। ऐसे में पुलिस को भी नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन को सफल बनाने में आसानी होती है। इसलिए पुलिस बस्तर में ऑपरेशन मानसून चला रही है। जवान उफनती नदी, फिसलन भरी चट्टानों को पार कर अंदरूनी इलाकों में सर्चिंग के लिए निकलते हैं। साल 2021 में ऑपरेशन मानसून के शुरुआती दिनों में ही पुलिस ने 7 माओवादियों को ढेर कर दिया था। वहीं पिछले 2 सालों में 21 माओवादी मारे गए हैं। इस साल भी करीब 3 माओवादियों को ढेर कर दिया गया है।