रायपुर। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर में 11 जुलाई 2022 को “करियर इन डेटा साइंस” पर आई-टॉक सत्र का आयोजन हुआ | इस सत्र का आयोजन एनआईटी रायपुर के इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप सेल द्वारा संयुक्त रूप से किया गया | सत्र का आयोजन ऑनलाइन मोड में किया गया। इस सत्र का मुख्य उद्देश्य छात्रों को डेटा साइंस एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विभिन्न करियर विकल्पों से अवगत कराना था। इस दौरान इनोवेशन सेल के फैकल्टी इंचार्ज, डॉ. सौरभ गुप्ता भी उपस्थित रहे।
सत्र के मुख्य वक्ता अमेज़न के मशीन लर्निंग मैनेजर, अंकित सिरमौर्य थे। जो कि 2022 में यूके के प्रतिष्ठित कंप्यूटिंग आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस प्रोफेशनल ऑफ द ईयर अवार्ड के लिए फाइनलिस्ट रह चुके है। उन्हें अनैलिटिक इंडिया मैगज़ीन से 40 अंडर 40 डेटा साइंटिस्ट अर्थात् 40 वर्ष की उम्र के भीतर विश्व के 40 सर्वश्रेष्ठ डेटा साइंटिस्ट के अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है। अंकित सिरमौर्य एनआईटी रायपुर के एलुमनी भी है। जिन्होंने वर्ष 2008-2012 में एनआईटी रायपुर के सीएसई विभाग से बीटेक की पढ़ाई पूरी की थी।
सत्र की शुरुआत अंकित सिरमौर्य के परिचय से हुई फिर उन्होंने बताया कि किस तरह मशीन लर्निंग एवं आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस भविष्य के लिए एक अच्छा विकल्प है। उन्होंने मशीन लर्निंग एवं आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस की फ्यूचर ग्रोथ बताते हुए कहा कि वर्तमान में एआई एवं एमएल में 2.3 मिलियन नौकरियाँ है जो 2026 तक 130 मिलियन तक पहुंचने के आसार है। उन्होने मशीन लर्निंग के अंतर्गत एमएल इंजीनियर, डेटा साइंटिस्ट,बिज़नेस इंटेलिजेंस इंजीनियर, एमएल डेटा अस्सोसिएटिव, डेटा लॉयर आदि करियर विकल्पों से छात्रों को अवगत करवाया। उन्होंने एआई एवं एमएल में करियर बनाने के लिए आवश्यक स्किलसेट के बारे में भी बताया तथा उन्होने इसमें इंजीनियरिंग एवं गणित के योगदान को भी बताया। उन्होंने ये भी बताया की कैसे एआई एवं एमएल की सहायता से दैनिक जीवन की समस्याओं का सरलतापूर्वक समाधान किया जा सकता है।
कार्यक्रम का समापन इंटरैक्टिव प्रश्नोत्तर सत्र के साथ हुआ। जिसमे छात्रों को अंकित सिरमौर्य से प्रश्न पूछने का मौका मिला। जिसमे उन्होंने छात्रों के मन में उत्पन्न सवालों को अपने अनुभव की सहायता से हल किया। उन्होंने एआई एवं एमएल में अपना करियर बनाने के लिए पोर्टफोलियो के महत्व का भी उल्लेख किया तथा छात्रों को वर्तमान में होने वाले प्रोजेक्ट्स की सहायता लेने के बारे में कहा। अंत में उन्होंने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहाँ कि एआई एवं एमएल में कोई भी अपना करियर सरलतापूर्वक बना सकता है।