पश्चिम बंगाल( west bengal) में आज तड़के देश के सबसे बुजुर्ग बाघ( tiger) की मौत( death) हो गई है। एसकेबी रेस्क्यू सेंटर के अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। अधिकारियों( officer) के मुताबिक, राजा( raja) नाम के इस बाघ को पश्चिम बंगाल स्थित अलीपुरद्वार के टाइगर पुनर्वासन केंद्र में रखा गया था।
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जानकारी के मुताबिक, 23 अगस्त को ‘राजा'( raja) का जन्मदिन( birthday) मनाया जाना था। इसके लिए वन विभाग ने तैयारी भी कर ली थी,लेकिन उससे पहले सोमवार( monday) को सुबह 3 बजे ‘राजा’ की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया ‘राजा’ ( raja)देश के सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाले बाघों में से एक था।
सुंदरवन में 96 बाघ थे, लेकिन ‘राजा’ की मौत के बाद अब 95
सुंदरवन में 96 बाघ थे, लेकिन ‘राजा'( raja) की मौत के बाद अब 95 बाघ ही बचे हैं। ये संख्या नवंबर 2019 से जनवरी 2020 के बीच की गई बाघों की गणना पर आधारित है।
ऐसे मिला था राजा ( raja)
‘राजा’ की मौत के बाद वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि साल 2006 में उसे घायल अवस्था में सुंदरवन से पकड़ा गया था। इसके बाद उसे पश्चिम बंगाल ( west bengal)स्थित अलीपुरद्वार के टाइगर पुनर्वासन केंद्र में लाया गया, जहां उसका इलाज( operation) किया गया। अधिकारियों के मुताबिक, बाघ जब सुंदरवन ( sundarvan)में मातला नदी पार कर रहा था, तभी मगरमच्छ ने उसपर हमला कर दिया था।