संजय पाण्डेय :- आर्थिकरूप से कमजोर वर्ग की सूची में करोड़पतियों का नाम होना गंभीर अपराध
महापौर बताते कि यह सूची अपनों को फ़ायदा पहुँचाने की कवायद या राजनैतिक षड्यंत्र*-
संजय पाण्डेय नेता प्रतिपक्ष-
सूची में समृद्ध कांग्रेसी परिवारों के नाम – सुरेश गुप्ता
नगर निगम में आज भारतीय जनता पार्टी पार्षद दल ने महापौर अध्यक्ष और आयुक्त को ज्ञापन देकर कहा है कि आर्थिक रूप से कमज़ोर एवं पिछड़ा वर्ग की सर्वे सूची में जो गंभीर अनियमितताएं हुई है उसके लिए नगर निगम को गंभीरता से विचार करना चाहिए !
पत्र में माँग की गई है की यह सूची वार्ड में मुनादी कर या उचित स्थान पर पर्याप्त प्रचार प्रसार करते हुए जनसामान्य के बीच उपलब्ध कराई जाए जिससे लोग स्वयं देख सकें कि यदि वे आर्थिक रूप से सक्षम है या आर्थिक रूप से कमज़ोर हैं तो अपना नाम जुड़वाना या कटवा सकें !
इस यह तो वार्ड के राजस्व मोहर्रीर को घर घर जाकर सूची दुरुस्त करने अतिरिक्त एवं पर्याप्त समय दिया जाए ! बिंदुवार लिखे पत्र में यह भी कहा गया है
कि आर्थिक रूप से कमज़ोर हेतु पात्र परिवार की अर्हता क्या हो इस विषय में भी पार्षदों को लिखित रूप से तथा प्रशिक्षण के माध्यम से जानकारी दी जाए !
सर्वे उपरांत नाम जोड़ने ओर काटने के पश्चात अनुमोदन के पूर्व पार्षदों को ही अवलोकन करने हेतु प्रस्तुत किया जाए तथा दावा आपत्ति हेतु मुनादी और प्रकाशन हो जिसमें नियमानुसार समय भी दिया जावे !
नेता प्रतिपक्ष संजय पाण्डेय ने कहा है कि यह विषय विगत आठ जुलाई को सामान्य सभा में विशेष सम्मेलन के माध्यम से लाया गया था जोकि पूर्णतः अवैधानिक था !
यह विषय मेयर इन काउंसिल में भी नहीं लाया गया था और सीधा सामान्य सभा में बिना किसी MIC सदस्यों को दिखाएं या किसी भी पार्षदों की जानकारी के लाया गया था , जो कि एक षड्यंत्र का हिस्सा था !
नेता प्रतिपक्ष पांडे ने कहा है कि यह प्रायोजित ढंग से किया गया षड्यंत्र था क्योंकि शहर के नामचीन लोगों को आर्थिक रूप से कमज़ोर परिवार बताकर सूची में उनका नाम डाल दिया गया था,जिसकी जानकारी उन परिवारों को भी नहीं थी और यह ज़्यादातर लोग कांग्रेसी आला नेताओं के परिवार से जुड़े लोग थे !
इसी प्रकार कई नामी गिरामी करोड़पति लोगों के नाम भी इस सूची में आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग में दिखाया गया था परंतु विपक्ष की सजगता ने सत्ता पक्ष के इस कर्तृत्व को विफल कर दिया !
भारतीय जनता पार्टी नगर मंडल के अध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने कहा है कि महापौर ने सदन को गुमराह किया कि उन्होंने इस सूची का निरीक्षण किया है,
तो उन्हें जनता को यह बताना चाहिए कि जब ऐसे नामी गिरामी लोग उसमें शामिल थे तो उन्होंने इस सूची में सुधार का कार्य क्यों नहीं करवाया! क्यों इसे अनुमोदन के लिए प्रस्तुत किया गया ?उन्हें इस बात का ख़ुलासा करना चाहिए यह मात्र त्रुटि है या अपनों को उपकृत करने या उनके ख़िलाफ़ षड्यंत्र है ?
पत्र में पार्षदों के माध्यम से यह भी लिखा गया है कि इस सूची को बहुत गंभीरता से लेकर इसे आनन फ़ानन में नहीं करते हुए नियमानुसार मेयर इन काउंसिल में प्रस्तुत किया जाए
जहाँ से यह उनके अनुशंसा के साथ अनुमोदन हेतु सामान्य सभा में प्रस्तुत हो ! यह भी निवेदन किया गया है की इसके लिए विशेष सम्मेलन न बुलाकर सामान्य सम्मेलन बुलाया जाए क्योंकि सामान्य सभा को सौ दिन से भी ज़्यादा हो गए हैं ,सामान्य सभा बुलाने पर शहर के अन्य विषय पर भी चर्चा की जा सकेगी !
आज ज्ञापन देने में नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे ,अध्यक्ष सुरेश गुप्ता पार्षद निलम यादव, राजपाल क़शेर महेंद्र पटेल त्रिवेणी रंधारी के साथ भारतीय जनता पार्टी के पंकज आचार्य, तेजपाल शर्मा,योगेश शुक्ला,योगेश ठाकुर रोशन झा, संतोष बाजपेयी,योगेश मिश्रा व आदि उपस्थित थे !