ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। RAJIM NEWS : छत्तीसगढ़ का प्रयाग कहा जाने वाला राजिम क्षेत्र के त्रिवेणी संगम नदी के तट के निकट श्रावण मास के उपलक्ष्य में पार्थिव शिवलिंग महा रुद्राभिषेक पूजन (Parthiv Shivling Maha Rudrabhishek Puja) का कार्यक्रम रखा जाना है। नगर के इच्छुक श्रद्धालुओं अपने परिवारों सहित इस महा रुद्राभिषेक कार्यक्रम में भाग ले सकते हैं। यह पूजन दिनांक 25 जुलाई दिन -सोमवार को माघी पुन्नी मेला महोत्सव (Maghi Punni Mela Festival) मुख्य मंच पर होगा,इस पूजन में केवल राजिम नही अपितु अन्य दूर दराज क्षेत्रों से भी भक्त गण इस पूजन में भाग लेने हेतु आएंगे।
भगवान श्री कुलेश्वर नाथ एवं श्री राजीव लोचन के समक्ष ,त्रिवेणी संगम नदी के किनारे यह पूजन कार्य किया जाना है,यह पूजन 31 यजमानो द्वारा सम्पन होगा, प्रत्येक यजमान के लिए अलग-अलग पार्थिव शिवलिंग एवं पूजन सामग्री की व्यवस्था की जाएगी।कहां गया है कि भगवान शिव की पूजन करने सुख शांति की प्राप्ति होती तथा आपके और आपके परिवार वालों के जीवन में आने वाले समस्त दुखों का निवारण हो सके इस हेतु शिव पूजन करना चाहिए। शास्त्रो में भी कहा गया है कि त्रिवेणी संगम अथवा जहाँ नदियों का संगम हो, नदी की किनारे पूजन कार्य करने से 10 हजार गुना फल प्राप्त होता है, हिंदू शास्त्रों में यह भी कहा गया है कि इस चतुर्मास में भगवान शिव का पार्थिव शिवलिंग पूजन किया जाता है।
जो भी व्यक्ति मिट्टी का शिवलिंग बनाकर पार्थिव शिवलिंग पूजन रुद्राभिषेक करता है, भगवान उसकी मनोकामना जरूर पूर्ण करते हैं। मिट्टी की मूर्ति बनाकर बेल के पत्ते अर्पित कर, जो मुंह से भी हर हर बम बम आवाज में महेश्वर का पूजन करते हैं। भगवान प्रसन्न होकर उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण कर देते हैं। भगवान भोलेनाथ सरल हृदय के इष्ट हैं। जिनकी आराधना करने पर वह भक्तों पर अतिशीघ्र दया दृष्टि करते हैं। मिट्टी के शिवलिंग बनाकर रुद्राभिषेक करने वाले भक्तों पर भोलेनाथ सदैव कृपा करते हैं।