कांकेर :- जिले के ठेकेदारों ने जिला निर्माण समिति पर कमीशनखोरी का आरोप लगाते हुए कांकेर कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला को एक ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन में सहायक नोडल अधिकारी सौरभ श्रीवास्तव एवं लिपिक कृष्णा यादव पर खुलेआम 5 से 10 प्रतिशत कमीशन मांगने का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा गया है
कि दूसरे विभाग से यहां पदस्थ किये दोनों कर्मचारी मिलीभगत कर अपने चहेते ठेकेदारों को लाभ पहुंचाते हैं। जिला निर्माण समिति द्वारा निकाले गये
विभिन्न टेंडर में नवीन निर्माण कार्य के स्थान पर सुदृढीकरण कार्य अंकित कर ठेकेदारों को भ्रमित किया जाता है। जिससे अनेक ठेकेदार टेंडर में हिस्सा लेने से वंचित हो जाते है,
और जो ठेकेदार उक्त निर्माण कार्य के लिए टेंडर में हिस्सा लेते हैं उन्हें आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
ठेकेदारों ने बताया कि, ग्राम बांसला तहसील भानुप्रतापपुर जिला कांकर में बाउंड्रीवाल का टेंडर हुआ है, किन्तु जिस ठेकेदारों को टेंडर मिला था,
उसे न देकर एल-02 को टेंडर दिया गया है। इसी तरह कोंडागांव में बाउंड्रीवाल का टेंडर जिस ठेकेदर को मिला था, ना तो उसे दिया गया और ना ही एल-2 को दिया गया। इस प्रकार भेदभावपूर्ण कार्यवाही कर टेंडर दिया जा रहा है।
जिला निर्माण समिति के सहायक नोडल अधिकारी द्वारा अपने चहेते को लाभ पहुंचाने के लिए कुछ टेंडर को सूचना पटल चस्पा नहीं किया जाता
बल्कि गोपीनीय तरीके से अपने चहेते को टेंडर दे दिया जाता है। जिला निर्माण समिति के सहायक नोडल अधिकारी सौरभ श्रीवास्तव द्वारा आये दिन नित नये नियम लगाकर ठेकेदारों को परेशान किया जाता है।
किसी टेंडर में 5 प्रतिशत तो किसी टेंडर में 10 प्रतिशत तक की मांग किया जाता है। रकम नहीं दिये जाने पर टेंडर निरस्त करने की धमकी दी जाती है।