देश के लोगों को अब जल्द ही अंतरिक्ष की सैर करने का मौका मिलने वाला है। इसको लेकर इसरो ( ISRO ) स्पेस टूरिस्ट फ्लाइट तैयार कर रहा है।
Read more : NASA IMAGES : नासा के जेम्स वेब टेलिस्कोप ने ली ब्रह्मांड की पहली रंगीन तस्वीर, फोटो में दिखे मनमोहक नजारे
साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर जितेंद्र सिंह का कहना है कि लो अर्थ ऑर्बिट यानी धरती की सबसे करीब सतह पर जाने के लिए स्पेस एजेंसियां स्वदेशी फ्लाइट( flight) तैयार करने में लगी हुई हैं। अंतरिक्ष में लोगों को घुमाने वाले मिशन को भारत ने ‘गगनयान मिशन’ नाम दिया है।
साल के अंत तक 2 ट्रायल ( trial) किए जाएंगे
गगनयान मिशन की तैयारी हो चुकी है। जल्द ही भारत 1 या 2 लोगों को स्पेस में भेजेगा। इसके लिए साल के अंत तक 2 ट्रायल किए जाएंगे।
पायलट्स में एक ग्रुप कैप्टन ( group captain)
भारतीय वायुसेना के चार पायलट्स में एक ग्रुप कैप्टन हैं। बाकी तीन विंग कमांडर हैं, जिन्हें गगनयान मिशन के लिए तैयार किया जा रहा है। अभी इन्हें बेंगलुरू में गगनयान मॉड्यूल की ट्रेनिंग दी जाएगी।
गगनयान पर 10 हजार करोड़ का खर्च आएगा
गगनयान मिशन की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2018 को लालकिले से की थी। मिशन पर करीब 10 हजार करोड़ रुपए का खर्च आएगा। इसके लिए 2018 में ही यूनियन कैबिनेट ने मंजूरी दे दी थी। भारतीय एस्ट्रोनॉट्स 7 दिन पृथ्वी के लोअर ऑर्बिट के चकार लगाएंगे।