रायपुर। विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन आज सदन में विपक्ष ने खाद बीज की कमी का मामला उठाया। इस विषय पर विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव लाते हुए चर्चा कराने की मांग की गयी. स्पीकर चरणदास महंत ने इस विषय को चर्चा के लिए स्वीकार क्यों करें इस पर अपनी बात रखने की अनुमति विपक्ष को दी। इससे पहले कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने इस विषय पर सरकार का पक्ष सदन में रखा।
भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, नारायण चंदेल ,शिवरतन शर्मा, सौरभ सिंह समेत अन्य विधायकों ने चर्चा के दौरान कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र से जितना खाद मांगा उसका 85 प्रतिशत दिया जा चुका है। वर्तमान में तीन लाख सत्रह लाख सात सौ छप्पन टन डीएपी खाद डबल लॉक में रखा है. जिसे सोसायटी में नही भेजा जा रहा है. जिसका फायदा व्यापारी उठाते हुए खाद की कालाबाजारी कर रहे हैं खामियाजा प्रदेश के किसानों को भुगतना पड़ रहा है।
विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया कि डीएपी खाद को लॉक कर जबरिया किसानों को वर्मी कम्पोस्ट खाद लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है जिसमें कंकड़ पत्थर निकल रहे l किसानों को खाद के लिए कई घंटे सोसायटी में लाइन लगना पड़ रहा है उसके बाद भी उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ रहा है।
विपक्ष ने सदन को बताया कि डीएपी के लिए जो टेंडर मार्च में होना था उसे मई में किया गया जिसके कारण किसानों को समय पर खाद नही मिला और आज उन्हें सड़क पर आदोलन करने को मजबूर होना पड़ रहा है।