कामगार सभा के आक्रमक रवैय्ये के बाद एसडीएम के मध्यस्तथा में कंपनी प्रबंधन व हड़ताली कर्मचारियों के बीच बैठक विफ़ल
लिखित आश्वासन देने कंपनी तैयार नही, हड़ताल जारी रहेगा
मेकाज के सुरक्षा कर्मचारियों के मांगो पर कंपनी प्रबंधन और कामगार सभा के बीच सहमति बनाने एसडीएम का प्रयास विफ़ल, हड़ताल जारी रहेगा
छत्तीसगढ़ / जगदलपुर :- को समय सुबह 11:00 बजे जगदलपुर एसडीएम ओपी वर्मा के समक्ष अपनी मांगों को लेकर जनसभा के अनुसांगिक संगठन कामगार सभा के बैनर तले हड़ताल कर रहे
सुरक्षा कर्मचारियों के प्रतिनिधि मंडल, श्रम विभाग के अधिकारियों और सीडीओ कंपनी के प्रबंधक रमाकांत पाण्डेय् एवं धीरेंद्र यादव के बीच विभिन्न बिदुओं पर चर्चा उपरांत सहमति बनी
जिसके आधार पर हड़ताल समाप्त कर कर्मचारियों ने काम में वापस आने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन एसडीएम कार्यालय पर कंपनी ने लिखित रूप से मांगों को पूर्ण करने पर सहमति देने की बात कही पर देर शाम 6 बजे तक भी किसी प्रकार का लिखित आश्वासन नही मिला, जिससे कामगार सभा हड़ताल जारी रखने का निर्णय लेने पर मजबूर हो गई।
प्रमुख बिंदू जिस पर कंपनी प्रबंधन और कामगार सभा के बीच बननी थी सहमति
1. वेतन प्रत्येक माह के 05 तारिख तक कर दिया जावे।
2. माह के 26 तारीख़ से 25 तारीख़ तक हाज़िरी की गिनती आरंभ हो।
3. 2014 से 2021 तक कि अवधि का प्रत्येक कर्मचारियों की अंतर राशियों की गणना कर इस माह जुलाई 31 तक एकमुश्त भुगतान कर दिया जावे।
4. सुरक्षा कर्मचारियों के साथ प्रबंधक कंपनी की ओर से धमकी व दुर्व्यवहार नही किया जावे।
5. आंदोलनरत हड़ताली कर्मचारियों को निशर्त बिना किसी लिखित आवेदन लिए अपने कार्य पर वापस लिया जावे।
इस तरह एक सहमति पत्र में स्थानीय प्रबंधक धीरेंद्र यादव, रमाकांत पाण्डेय् ने कंपनी के प्रोपराइटर अंजनी कुमार द्विवेदी से चर्चा उपरांत हस्ताक्षर करके हड़ताल ख़त्म करने की बात एसडीएम ओपी वर्मा द्वारा मध्यस्थता करते हुए
उनके कार्यालय पर की गई थी, लेकिन कामगार सभा के संरक्षक द्वारा लिखित आश्वासन के बाद ही हड़ताल ख़त्म करने के के लिए राजी होना कहा गया।
जिसपर एसीएम के सामने प्रबंधन ने लिखित आश्वासन देने की सहमति जताई परन्तु देर शाम 06 बजे तक किसी प्रकार का लिखित आश्वासन देने के लिए कंपनी के मालिक अंजलि द्विवेदी ने मना कर दिया। जिससे कामगार सभा से जुड़े कमर्चारियों ने हड़ताल समाप्त नही करने और हड़ताल जारी रखने की बात कही है।
अगर ईमानदारी है तो एसडीएम कार्यालय पर मौखिक सहमति लेकिन लिखित आश्वासन देने से पीछे क्यों हट रही कंपनी प्रबंधन – डॉ. अरुण पाण्डेय्
विभिन्न मांगों पर कंपनी प्रबंधन और कामगार सभा के पदाधिकारियों के बीच सहमति बनने के बाद हड़ताल ख़त्म करने का निर्णय आ चुका था।
लेकिन कंपनी प्रबन्धन का तानाशाही रवैय्या लगातार जारी है एयर लिखित रूप से किसी भी तरह के आश्वासन से वे बचते नज़रे रहे हैं।
लेकिन कामगार सभा के प्रमुख संरक्षक डॉ. अरुण पाण्डेय् हड़ताली कर्मचारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं जिसका सभी कर्मचारियों ने आभार जताया है।
प्रबंधन द्वारा सहमति पत्र पर हस्ताक्षर नही करने के बावजूद कर्मचारियों द्वारा अपनी एकता की शक्ति में ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए मेडिकल कॉलेज परिसर के बाहर आतिशबाज़ी और नारेबाजी भी की गई है।