सौ साल से भी पुराने सिविल लाइन के चर्च में विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। प्रभु की ओर से पादरी अनुराग नथानियेल ने कहा कि.. धरती से उपजने वाले अन्न को उपहार के रूप में प्रभु को भेंट करना चाहिए। क्योंकि यह हमारे लिए प्रभु यीशु का प्रत्यक्ष वरदान है। इस मौके पर प्रभु यीशु द्वारा दिए गए वचनों का पठन भी किया गया। तथा गीत भी गाया गया। खुशी खुशी मनाओ, बोलो बोलो मसीहा की जय जय जय का भी गान किया गया। बाइबिल में बताया गया है कि संगति का सबसे अच्छा स्थान चर्च है। क्योंकि यहां प्रभु अपने श्रद्धालुओं से सीधे मिलते हैं। यही कारण है चर्च में शांति रहती है। हम प्रभु के द्वारा दिए गए वचनों को याद करके अपना अंतर मन को शुद्ध करते हैं । प्रार्थना सभा में अच्छी वर्षा होने के लिए प्रभु के प्रति धन्यवाद दिया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में मसीही जन उपस्थित थे।