सभी अधिकारी और कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से पक्षकारों का सारा बोझ कलेक्टर पर आ गया। मुलाकातियों ने भी अपनी समस्याओं को लेकर कलेक्टोरेट का रुख किया। जनदर्शन नहीं होने के बावजूद कलेक्टर सौरभ कुमार ने सभी की समस्याओं को बारी बारी से सुना और उनके निर्देश पर संबंधित अधिकारियों के पास पक्षकारों को भेजा गया। तो वहां लटकता हुआ ताला देखकर पक्षकार वापस लौट गए उन्हें उम्मीद है कि जब कभी कार्यालय खुलेगा तो उनके कार्य होंगे। कलेक्ट्रेट में आज बड़ी संख्या में दूरदराज गांव से आए पक्षकार और महिलाएं तथा बच्चे भी बड़ी संख्या में मौजूद थे