Indian Air Force : सेनाओं में अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme)के जरिये नई भर्ती प्रक्रिया के बीच भर्तियों की संख्या भी कम हो रही है। वायुसेना (Air Force)में होने वाली सैनिकों की सालाना भर्तियां नई व्यवस्था में आधे से भी कम रह गई हैं। जबकि वायुसेना पहले ही करीब 10 फीसदी सैनिकों की कमी से जूझ रही है। इस साल अग्निवीरों (fire fighters)के रूप में वायुसेना के लिए महज 3500 भर्तियां निकाली गई हैं। जो पूर्व के वर्षों की तुलना में कम है।
रक्षा मंत्रालय की तरफ से संसद को दी गई जानकारी में कहा गया कि 2015 तक वायुसेना में प्रतिवर्ष 5000 जवान भर्ती किये जाते थे जिससे सेवानिवृत्त होने वाले जवानों की भरपाई की जाती थी। लेकिन बाद में इसे बढ़ा दिया गया।
वर्ष 2018 में 6800 भर्तियां की गईं जबकि 2019 में इसे बढ़ाकर 7200 तथा 2020 में 8400 भर्तियां निकाली गईं। हालांकि, 2020 और 2021 में भर्ती प्रक्रिया कोरोना के चलते लटक गई। बाद में इस साल नई व्यवस्था लागू करने के कारण पुरानी भर्तियों को रद्द कर दिया गया। इसके बाद सरकार की तरफ से अग्निपथ योजना का ऐलान किया गया है जिनमें नई भर्तियां महज 3500 कर दी गई जो पूर्व में हो रही सालाना भर्तियों के आधे से भी कम है।
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मार्च तक रिक्त थे 6224 पद
बता दें कि वायुसेना समेत सभी सेनाओं में अब सैनिकों की नई भर्ती अग्निवीरों के रूप में होगी। वायुसेना में मार्च तक सैनिकों के 6224 पद रिक्त थे। पिछले दो सालों में निर्धारित करीब 15 हजार भर्तियां नहीं हुई। लेकिन अभी भी जिस प्रकार से भर्तियां कम हो रही है, उससे आने वाले समय में वायुसेना में सैनिकों की संख्या में भारी कटौती होना तय माना जा रहा है। अभी वायुसेना की स्वीकृत संख्या 143964 है। इसमें 22-23 हजार पद खाली हैं।
सफल होने के बाद दो फेज से और गुजरना होगा
ऑनलाइन परीक्षा में सफल होने के बाद अभ्यर्थियों को दो और फेज से गुजरना होगा। फेज दो में फिजिकल टेस्ट व फेज तीन में मेडिकल जांच से गुजरना पड़ेगा। फेज दो क्वालीफाइ करना अनिवार्य है। इसके बाद मेरिट लिस्ट बनेगी।