केंद्र के समान 34% महंगाई भत्ता देने की मांग को लेकर अधिकारी कर्मचारी हड़ताल पर हैंय 5 दिवसीय आंदोलन का असर दिखने लगा है इसके चलते सोमवार को दफ्तरों में ताले लटकते नजर आए। इस हड़ताल से शासकीय कामकाज पूरी तरह से ठप रहा। आंदोलनकारियों का यह भी कहना है कि यदि सरकार इसके बाद नहीं जागी तो वे अनिश्चितकालीन आंदोलन करेंगेय इससे पूर्व भी 80 कर्मचारियों के फेडरेशन ने चरणबद्ध आंदोलन कियाएलेकिन गृह भाड़ा भत्ता और महंगाई भत्ते का मामला नहीं सुलझा अभी उन्हें केवल 22 फीसदी भत्ता ही मिल रहा है। इससे कर्मचारी अधिकारी में रोष है। इस आंदोलन में शिक्षकों भी शामिल है जिससेे स्कूलों की पढ़ाई ठप हो गई है। अब देखना है कि 5 दिवसीय लंबे हड़ताल के मामले में प्रशासन किस तरह आंदोलनकारियों को विश्वास में लेता है। यह भी संभव है कि सरकार एस्मा जैसा कानून लगा कर आंदोलनकारियों के खिलाफ सख्ती दिखाएय यही वजह है कि टूट के डर से कर्मचारी दफ्तरों में घूम घूम कर हड़ताल की स्थिति का जायजा भी ले रहे है