प्रशासन ध्यान नही देती तब कर्मचारियों के हक़ के लिए करेंगे भूंख हड़ताल – कामगार सभा
जगदलपुर / छत्तीसगढ़ । मेडिकल कॉलेज / हॉस्पिटल डिमरापाल जगदलपुर में सुरक्षा व्यवस्था के लिए शासन ने 2014 में एक बार टेंडर जारी करके सीडीओ सेक्युरिटिस एन्ड पब्लिक हेल्पलाइन एजेंसी को काम दिया था।
जोकि अब तक प्रतिवर्ष वर्क आर्डर को बिना किसी नए टेंडर के आगे बढ़ाया जा रहा है। आरंभ से ही इस कंपनी में कार्यरत कर्मचारियों को प्रबंधन द्वारा न्यूनतम वेतनमान के तहत मासिक वेतन और श्रम विभाग के नियमानुसार अनिवार्य साप्ताहिक अवकाश नही दिया जाता था।
जनसभा संगठन के द्वारा ज़िला श्रम अधिकारी से लिखित शिक़ायत व कई धरना, प्रदर्शन आंदोलन के बाद पिछले 2 माह से कर्मचारियों को प्रबंधन द्वारा न्यूनतम वेतन और साप्ताहिक अवकाश देना आरंभ किया गया है।
वर्तमान में उक्त कंपनी के सैकड़ो कर्मचारी विगत एक सप्ताह से प्रत्येक माह काम कण्व के 20 से 25 दिन बाद भुगतान होने की समस्या के निराकरण हेतु सामूहिक हड़ताल पर हैं
जिसकी पुष्टि नियोक्ता कंपनी के उपस्थिती पंजी की जांच से स्वतः हो जाएगी। कंपनी प्रबंधन को मेडिकल कॉलेज के डीन के कार्यालय से इन दिनों में सुरक्षा व्यवस्था के सम्बंध में नोटिस भी जारी किया गया है, ऐसा मेडिकल कॉलेज के डीन ने कर्मचारियों को स्वयं बताया है।
2014 से 2021 तक शासन द्वारा जोकि न्यूनतम वेतनमान लागू किया गया हो उस अनुसार नियोक्ता कंपनी ने कर्मचारियों को भुगतान नही किया है।
प्रतिमाह आरंभ से ही लगभग तीन हजार रुपयों का अंतर प्रत्येक कर्मचारी को दिए गए वेतन और शासन द्वारा तय वेतनमान के बीच रहा है। इस प्रकार प्रत्येक कर्मचारी का लगभग एल वर्ष में 40 से 50 हज़ार रुपयों का अंतरराशी होगा।
कंपनी 2014 से 2021 तक कुल 8 वर्षो से कार्य कर रही है और विभिन संघर्षो के बाद विगत 2 माह से ही न्यूनतम वेतनमान और साप्ताहिक अवकाश कर्मचारियों को मिलने लगा है
इस प्रकार प्रत्येक कर्मचारी को से कम 5 लाख रुपयों का चपत प्रबंधन द्वारा लगाया गया है। कर्मचारियों द्वारा हड़ताल अपने इसी अंतरराशी और साप्ताहिक अवकाश के दिनों के एकमुश्त वेतन के लिए किया जा रहा है।
जनसभा संगठन के सदस्य कर्मचारियों के हक़ अधिकार के लिए हर संभव संघर्ष करेंगे। उक्त हड़ताल के बाद जनसभा संगठन द्वारा मेडिकल कॉलेज के डीन व अस्पताल के अधीक्षक, एसडीएम, कलेक्टर से मिलकर मामले की जानकारी दी है।
उपरांत कोई निराकरण नही हुआ है, एक प्रतिनिधिमंडल कल संभाग आयुक्त से मुलाकात करेगी, कोई रास्ता निकलता है तब हड़ताल स्थगित होगा अन्यथा न्याय की आस लेकर भूंख हड़ताल के लिए बाध्य होंगे।
जानकारी होकि मेडिकल कॉलेज के डीन ने इन्हें नोटिस भी दिया है, जिसकी जानकारी स्वयं उन्होंने ज्ञापन सौंपने के दरमियान कर्मचारियों को दी है।