एशिया के सबसे बड़े इस्पात संयंत्र भिलाई इस्पात संयंत्र के अधीनस्थ आने वाले रशिया और भारत के सम्बन्ध के प्रतीक मैत्री बाग में यूं तो सैकड़ों जानवर है, लेकिन सबसे मुख्य आकर्षण है, वाइट टाइगर और लॉयन जिसे देखने के लिए पूरे देश भर से पर्यटक आते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि यह शेर अपने पाचन तंत्र को बेहतर और शरीर को पूरी तरह स्वस्थ रखने के लिए टाइगर भी नियमों का पालन करते हैं. क्योंकि हफ्ते में एक दिन सोमवार के दिन यह सभी शेर एक दिन का उपवास रखते हैं, जिससे इनका पाचन तंत्र बेहतर हो सके. दरअसल, यह प्राचीन काल से आयुर्वेद की पद्धति के अनुसार स्वस्थ शरीर के लिए यदि मानव भी हफ्ते में एक दिन व्रत रखता है तो उसका पाचन तंत्र बेहतर होता है. इसी कड़ी में जंगल में रहने वाले जंगली जानवर और शेर जिन्हें कभी-कभी शिकार का मौका मिलता है.शिकार के बाद जंगली जानवर भरपेट भोजन करते हैं.लेकिन अगला शिकार कब होगा यह शेर को भी नहीं पता होता है. कई बार जंगलों में कई दिनों तक भूखे भी रह जाते हैं. लेकिन मैत्री बाग में रोजाना शेर को उसकी क्षमता के अनुरूप मांस और मटन खाने के लिए दिया जाता है. जिससे उसका पेट हमेशा भरा रहता है. इस वजह से बनाया व्रत का नियम अब जब हर दिन खाना मिलता है तो हर दिन शिकार की जरुरत नहीं पड़ती है, ऐसे में अपने भारी भरकम शरीर को मेटेंन रखने के लिए शेर और टाइगर एक दिन का व्रत रखते हैं.