रायपुर । विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए मंत्री रविंद्र चौबे ने दावा किया कि इस चुनाव में कांग्रेस 75 सीट पर जीतेगी। चौबे ने कहा कि पूरे प्रदेश में एक ही नारा चल रहा है, भूपेश है तो भरोसा है। विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि हर चर्चा में केवल और केवल हमारे घोषणा पत्र की चर्चा करते हैं।
कभी आप पीछे मुड़कर देखते हैं कि दिल्ली में सरकार बनाने के लिए आपने कौन सा घोषणा पत्र बनाया था। हम जो वादा करके आए थे, उस पर जनता को भरोसा है। हमारे 71 विधायक है, अगली बार 75 हो जाएंगे। चौबे ने कहा कि केंद्र सरकार से प्रदेश के बकाया पैसों के बारे में बात क्यों नहीं करते हैं। केंद्र सरकार से हमें तीस हज;ार करोड़ रुपए लेना है।
इस पर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि तीस हजार करोड़ रुपये किस-किस मद में लेना है। ये लिखकर दे दें, हम बात करेंगे। पुन्न्ूलाल मोहिले ने कहा कि राज्य में आप हमारे साथ होने वाले दुर्व्यवहार को सुधारिए। मंत्री हमारा फोन नहीं उठाते। दुर्व्यवहार करते हैं। इसे सुधारिए। मैं दिल्ली आपके साथ चलूंगा।
चौबे ने राम वनगमन पथ का जिक्र किया। इस पर सदन में सत्ता पक्ष की तरफ से जय सियाराम और विपक्ष की ओर से जयश्रीराम का नारा लगा। चौबे ने कहा कि पिछली सरकार ने संस्कृति के नाम पर क्या किया ये बताने की जरूरत नहीं है। हिरोईनों को बुलाकर करोड़ों रुपये दिया जाता रहा है। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस के एक सांसद की बेटी को 20 करोड़ रुपये के इवेंट का काम दिया गया। छत्तीसगढ़ का पैसा बाहर के लोगों के खाने के लिए है।
चौबे ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री ने राम वन पथ गमन बनाने का निर्णय लिया तो आपको क्या तकलीफ है। मानस मंडली प्रतियोगिता का निर्णय लिया तो क्या तकलीफ है। राम हम सबके हैं, लेकिन वोट, चंदाखोरी और नोट के लिए राम हमारे नहीं हैं। राम बहस का मुद्दा नहीं हो सकता। राम जितने आपके हैं, उतने हमारे हैं। प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है। 15 साल हुकूमत में थे, तब राम याद नहीं आए, माता कौशल्या याद नहीं आई। हम उस राम की पूजा करते हैं तो शबरी के राम हैं, केंवट के राम हैं, वनवासियों के राम हैं।
मंत्री चौबे ने गोठान, नरवा गस्र्ख का जिक्र किया। गोबर खरीदी पर विपक्ष को घेरा। चौबे ने कहा कि गोबर खरीदी की बात करते थे, तब ये हंसते थे, लेकिन आज मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात सरकार ये काम करने जा रही है। चौबे ने कहा कि हमारी सारी योजनाएं व्यक्ति को मजबूत करने की होती है। पहले पलायन गांव से शहर की ओर से होता था। कर्जमाफी हुई, धान पर 2500 रुपये देना शुरू किया, तब से शहरों से लोग गांव की ओर जा रहे हैं। आवास योजना को लेकर टीएस सिंहदेव की चिट्ठी का आशय वह खुद सदन में आकर बताएंगे, लेकिन हर अधूरे आवास को पूरा करने का काम हमारी जिम्मेदारी है।
रेवड़ी पर सदन गर्म
चौबे के बयान के दौरान अजय चंद्राकर ने सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी की याद दिलाई। सुप्रीम कोर्ट ने रेवड़ी बांटने को लेकर टिप्पणी की थी। इस पर चौबे ने कहा कि सरकार किसानों का कर्ज माफ कर रही है, तो वह आपको रेवड़ी लग रही है। यही आपका दुर्भाग्य है। इस देश में किसानों के लिए कोई इतना पैसा नहीं दे सकता। दिल्ली, उत्तरप्रदेश में भाजपा की सरकार है। धान की की कीमत यूपी में क्या है किसी से पूछ लेना? यूपी में एक हजार रुपए प्रति क्विंटल है। छत्तीसगढ़ में इस साल 2640 रुपए मिलेगा।