मांगे पूरी नहीं होने और राज्य सरकार की तरफ से वार्ता का कोई प्रस्ताव नहीं मिलने से फेडरेशन के हड़ताली कर्मचारी अधिकारी अब 29 जुलाई के बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल की तैयारी पर जुड़ गए हैं। विधानसभा सत्र चलने के कारण अभी सरकार का पूरा ध्यान सत्र पर ही टिका है.. हड़ताल से आम जनों के कामकाज नहीं हो रहे हैं जिससे नागरिक परेशान हैं.. शिक्षकों के हड़ताल में खुद जाने से जिले के स्कूलों में पढ़ाई नहीं हो सकी। यहां तक की ताले नहीं खुलने से बच्चे स्कूल जाकर बिना पढ़ाई के ही वापस घर आ गए, इसके अलावा शिक्षकों के हड़ताल पर जाने की वजह से छत्तीसगढ़ के पहले त्यौहार हरेली के आयोजन पर भी खतरा मंडराने लगा है..