छत्तीसगढ़ महिला-पुरुष मध्याह्न भोजन रसोईया संघ अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर बूढ़ा तालाब धरना स्थल है सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। रसोईया संघ ने बताया कि संघ 1995 से स्कूलों में खाना बनाने का काम करते आ रहे हैं। प्रदेश में महिला व पुरुष सहित करीब दस हजार से ज्यादा रसोइया है। हमें शासन द्वारा 1500 रुपए मानदेय मिलता हैं।
इस महंगाई के दौर में जहां एक और दाल 100 रुपए, आलू 50 रुपए व सब्जी मसाला का कीमत लगातार बढ़ रहा हैं। ऐसे में 1500 रुपए से हमारे परिवार का गुजर बसर कैसे होगा। संघ कि प्रमुख मांगे रसोईया का मानदेय कलेक्टर दर में किया जाए, बजट सत्र 2019-20 में 300 रुपये की वृद्धि की घोषणा लागू करने व स्कूल में दर्ज संख्या कम होने के बावजूद रसोइया को नहीं हटाना शामिल है। जल्द ही अगर हमारी मांगे पूरी नहीं किया गया, तो संघ उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।