महिला ने पेश की ईमानदारी की मिसाल, सोने के गहनों का पर्स लौटाया
जगदलपुर : जगदलपुर में ईमानदारी का अनोखा मामला देखने को मिला है। जहां सोने के गहने मिलने के बावजूद भी महिला का ईमान नहीं ढोला और उसने इन गहनों को उसके असली मालिक तक पहुंचाने की पूरी कोशिश की।
महिला इस कोशिश में कामयाब भी हुई। दरअसल, जगदलपुर बालाजी वार्ड की रहने वाली शीला नेताम किसी काम से झनकार टाकिज चौक गई हुई थी।
तभी उसकी नजर एक पर्स पर पड़ी। महिला ने अपनी गाड़ी रोकी और उसको खोलकर देखा तो पर्स में दो सोने के झुमके थे। उन्होंने इधर उधर देखा लेकिन वहां कोई नहीं था।
इसके बाद वह सीधे कोतवाली थाने पहुंची और थाना प्रभारी एमन साहू को पूरा वाक्य बताया व गहनों वाला पर्स थाना प्रभारी को सौंप दिया। कुछ ही देर बाद जिस महिला का सामान गुम गया था।
वह भी कोतवाली थाना पहुंच गई और उस महिला ने थाना प्रभारी को आपबीती बात सुनाई। थाना प्रभारी ने उस महिला को वह सोने का झुमका दिखाया तो वह पहचान गई। तब थाना प्रभारी ने शीला नेताम को बुलवाया और उन्हीं के हाथ से सोने के झुमके उस महिला को वापस दिलाएं।
जहां बदमाशों ने तीन वर्षों के भीतर करोडो रुपये दिलाने का लालच देकर 6 लाख रुपये ठग लिए। जिसके बाद प्रार्थी ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। मामले में पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के मुताबिक प्रार्थी मनोज कुमार आरले निवासी कुटरा ने नवागढ़ थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि ग्राम पोड़ी राछा निवासी श्रीकांत आशिकर, चंद्रकांत आशिकर, रंजित माथुर, गनपत साहू एवं अन्य व्यक्तियों ने बीट कॉइन खरीदने के नाम पर तीन साल के भीतर 6 से 7 करोड़ रूपये दिलाने का लालच देकर 6 लाख रूपये की ठगी किया।
इसके बाद प्रार्थी के मोबाइल नंबर को छेड़छाड़ कर यूपीसी कोड निकालकर सभी आरोपियों ने मिलकर पैसा वापस करने के बहाने राछा भाठा स्थित एक्शन बुट हाउस में बुलाकर प्रार्थी एवं इसकी पत्नी को अश्लील गाली गलौच करते हुए मारपीट की गई। वहीं जान से मारने की धमकी भी दी गई।
पुलिस ने बताया कि मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए आरोपी श्रीकांत आशिकर (30), चंद्रकांत आशिकर (28), रंजीत माथुर (22), गनपत साहू, पुरूषोत्तम दास वैष्णव (45) और लालचंद साहू (45) सभी निवासी पोंडी को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों ने पूछताछ में अपना जुर्म स्वीकार किया है।