Vice President Venkaiah Naidu Farewell: देश के उपराष्ट्रपति एम. वैंकेया नायडू के राज्यसभा में फेयरवेल स्पीच में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, “आज हम राज्यसभा सभापति महोदय वेंकैया नायडू जी को उनके कार्यकाल की समाप्ति पर, उन्हें धन्यवाद देने के लिए एकत्र हुए हैं। इस सदन के लिए ये बहुत भावुक पल है। सदन के कितने ही ऐतिहासिक पल आपकी गरिमामई उपस्थिति से जुड़े हैं।”
पीएम मोदी ने कहा कि, “वैंकेया नायडू ने हर जिम्मेदारी को बड़ी ही सफलतापूर्व निभाया। वह बेहद साधारण पृष्ठभूमि से आते हैं। उन्होंने हमेशा युवाओं का मार्गदर्शन किया। उनसे लोकतंत्र के बारे में बहुत कुछ सीखा जा सकता है। राज्यसभा का सभापति रहते हुए युवा सांसदों को आगे बढ़ाया उन्हें प्रोत्साहन दिया। वहीं सदन से बाहर उपराष्ट्रपति के रूप में जो भासन दिए वह युवाओं के लिए प्रेरणादाई रहे।”
उन्होंने कहा कि, “हम जानते हैं कि इस बार हम ऐसी 15 अगस्त मना रहे हैं, जब देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, स्पीकर और प्रधानमंत्री सब के सब वो लोग हैं, जो आजाद भारत में पैदा हुए और सब के सब बहुत ही साधारण पृष्ठभूमि से आते हैं।”
वैंकेया नायडू के वन लाइनर, WIN लाइनर होते थे – पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि, उपराष्ट्रपति और सदन के सभापति के रूप में वैंकेया नायडू ने अलग-अलग जिम्मेदारियों को बड़ी ही गरिमा और निष्ठा से काम करते हुए देखा है। उन्होंने कभी भी किसी काम को बोझ नहीं माना। उन्होंने हर काम में नए प्राण फूंकने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने कहा कि, प्रत्येक सांसद और देश के हर युवा उपराष्ट्रपति से समाज, देश और लोकतंत्र के बारे में बहुत कुछ सीख सकता है। पीएम मोदी ने कहा कि, वैंकेया नायडू के वन लाइनर, WIN लाइनर होते थे। उनका अभिव्यक्ति का अंदाज बेवाक है। उनके साथ काम करना सौभाग्य की बात है।