FM On Income Tax: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने Taxation System टैक्स सिस्टम पर बड़ा बयान दिया है. वित्त मंत्री ने बताया कि सरकार द्वारा लाई गई विश्वास पर आधारित टैक्सेशन सिस्टम से बेहतर कलेक्शन हुआ है और जमा किए गए रिटर्न की संख्या भी बढ़ी है. उन्होंने पिछले वित्त वर्ष में 14 लाख करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व संग्रह हासिल करने के लिए विभाग की तारीफ भी की. वित्त मंत्री ने इस बार भी लोगों से अपील की थी जिसका असर इस बार भी दिख रहा है.
इस साल हुए रिकॉर्ड कलेक्शन
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जुलाई महीने में जीएसटी कलेक्शन (GST Collection in June 2022) पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 28 फीसदी बढ़ा है. GST कलेक्शन से जुलाई के महीने में सरकार खजाने में 1,48,995 करोड़ रुपये आए हैं. वहीं, पिछले महीने GST का कलेक्शन 1,44,616 करोड़ रुपये रहा था. जुलाई 2021 में जीएसटी कलेक्शन 1,16,393 करोड़ रुपये रहा था.
खामियों को दूर किया गया: सीतारमण
गौरतलब है कि प्रत्यक्ष कर संग्रह 2021-22 में सालाना आधार पर 49.02 फीसदी बढ़कर 14.09 लाख करोड़ रुपये हो गया है. सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 14.20 लाख करोड़ रुपये के प्रत्यक्ष कर संग्रह का लक्ष्य रखा था. वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने कई लंबित मुद्दों का समाधान किया और प्रत्यक्ष करों से संबंधित ढांचागत खामियों को दूर किया गया है. वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने हाल के सालों में जो सुधार किए हैं, उसने टैक्स प्रणाली विश्वास आधारित बनाई है.
आयकर रिटर्न की संख्या बढ़ी
सीतारमण ने कहा कि करदाताओं ने विश्वास-आधारित कर प्रणाली की पुष्टि की है और कहा है कि यह कर संग्रह और बेहतर हुआ है जो आयकर रिटर्न की संख्या बढ़ने से साफ है. इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि करदाता सेवा और पारदर्शिता को बढ़ाने, विभागीय प्रक्रियाओं की रफ्तार तेज करने के लिए प्रौद्योगिकी का प्रभावी इस्तेमाल किया गया है.
विभाग ने किए सकारात्मक बदलाव
इस अवसर पर वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने भी बताया है कि टैक्स विभाग की जिम्मेदारी सिर्फ सक्षम और कारगर कर प्रशासन तक ही सीमित नहीं है बल्कि ईमानदार करदाताओं को सम्मानित करना भी इसका दायित्व है. करदाताओं को समयबद्ध सेवाएं देकर और सकारात्मक बदलावों को अपनाकर विभाग ने खुद को एक समक्ष संगठन साबित किया है. टैक्स रिटर्न भरने वालों की संख्या बढ़ी है, जो विभाग की सक्षमता को बताता है.