डेस्क। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री TS सिंहदेव (TS Singhdev) के रिश्तेदार और धौरपुर के राजा वीरभद्र सिंह उर्फ सचिन की ट्रेन से गिरने से मौत हो गई। वे गुरुवार की रात दुर्ग-अंबिकापुर एक्सप्रेस (Durg-Ambikapur Express) में रायपुर से अंबिकापुर जा रहे थे, तभी बिलासपुर (bilaspur) के बेलगहना के पास यह घटना हुई है। वे लुंड्रा जनपद पंचायत (Lundra Janpad Panchayat) के उपाध्यक्ष और कांग्रेस के नेता थे। उन्हें कुछ माह विधायक बृहस्पत सिंह के काफिले पर हुए मामले में पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था। फिलहाल, पुलिस उनकी मौत की जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार अंबिकापुर के लुंड्रा विधानसभा क्षेत्र के धौरपुर में रहने वाले राजा वीरभद्र सिंह उर्फ सचिन गुरुवार को रायपुर में थे। रात में वे रायपुर से अंबिकापुर जाने के लिए दुर्ग-अंबिकापुर ट्रेन में सफर कर रहे थे। वहां उनकी अदालत में पेशी होनी थी। तभी देर रात बेलगहना के पास ट्रेन से गिरने से उनकी मौत हो गई। शुक्रवार दोपहर पुलिस को ट्रेन से गिरकर युवक के मौत की खबर मिली। पुलिस जब मौके पर पहुंची, तब उनकी पहचान नहीं हुई थी।
ट्रेन में सामान था वीरभद्र नहीं थे
बताया जा रहा है कि उनके अंबिकापुर आने की खबर परिजनों को थी। शुक्रवार की सुबह उन्हें लेने के लिए लोग अंबिकापुर स्टेशन पहुंचे थे। जब वे ट्रेन से नहीं उतरे, तब उनकी तलाश की गई। उनका फोन भी नहीं लग रहा था। ट्रेन में उनका सामान मिला लेकिन, बीरभद्र सिंह नहीं मिले। इसके बाद उनकी तलाश तेज की गई। इसकी जानकारी रायपुर मे दी गई। यहां से बताया गया कि वे अंबिकापुर एक्सप्रेस से रवाना हुए थे। इसके बाद इस घटना की जानकारी पुलिस को दी गई।
जंगल में पड़ी थी लाश
शुक्रवार को GRP को इस हादसे की खबर मिल गई थी लेकिन, तब तक ट्रेन से गिरने वाले युवक की पहचान नहीं हो पाई थी। घटना कोटा थाना क्षेत्र होने की वजह से GRP ने कोटा थाने को सूचना दी थी। इस पर पुलिस कर्मी पटरी किनारे होते हुए शव की तलाश कर रहे थे, जिस जगह पर शव मिला है, वहां बाइक भी नहीं जा सकती। इसके चलते पुलिस वहां तक दोपहर में पहुंची। शव का फोटो लेकर वायरल करने के बाद उनकी पहचान बीरभद्र के रूप में हुई।
पेशी में शामिल होने जा रहे थे बीरभद्र सिंह
लुण्ड्रा जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष बीरभद्र सिंह उर्फ सचिन सिंह और उसके तीन साथियों पर विधायक बृहस्पत सिंह के काफिले पर हमला करने का आरोप है। अंबिकापुर के कोतवाली थाने में उनके खिलाफ केस दर्ज है, जिस पर पुलिस ने उन्हें पहले गिरफ्तार भी किया था। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को अंबिकापुर में इसी केस में उनकी पेशी थी, जिसमें शामिल होने के लिए बीरभद्र सिंह अंबिकापुर जा रहे थे। तभी यह हादसा हो गया।
जांच के बाद होगा कारणों का खुलासा
इधर, कोटा SDOP आशीष अरोरा का कहना है कि बीरभद्र की मौत कैसे और किन परिस्थितियों में हुई। इसकी जांच की जा रही है। शव का पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही उनके मौत के कारणों का पता चल सकेगा। फिलहाल जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक ट्रेन से गिरने से उनकी मौत हुई है।