Dhamtari News : छत्तीसगढ (Chattisgarh)के धमतरी (Dhamtari)मे बारिश (rain)ने तबाही मचा दी है। चारो तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। नदी नाले खेत खलिहान सब पानी से लबालब हो गए है। खेतो मे पानी की धार चलने से सैकडो एकड फसल पानी मे डूबी हुई है। खेत के उपर पानी का तेज बहाव हो रहा है। ऐसा दिखाई दे रहा है कि मानो खेत नही समुदंर है। किसान (Farmer)हाल ही मे अपनी खेतो मे खाद का छिडकांव किए थे जो अब पानी मे बह गया है। ऐसे मे किसानो को फसल सडने का डर सताने लगा है।
तस्वीर देखकर आप अंदाजा लगा लीजिए धमतरी जिले मे बारिश ने किस तरह कहर बरपा रही है। चारो तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। खेत खलियान सब पानी मे डूब गए है। किसानो की मेहनत सब पानी मे डूब गए है। दरअसल धमतरी जिले के कुरूद इलाको के दर्जनो गांवो मे तेज बारिश के चलते नदी नाले उफान पर है। खेत खलिहान पानी मे डूब गए है। खेतो मे पानी का तेज बहाव हो रहा है।किसानो का कहना है कि बारिश से धान की फसल पानी मे डूब गए है। अभी कुछ दिन पहले ही खाद लेकर छिडकांव किया था। जो सब पानी मे बह गया। इधर धान की फसल पानी मे डूबने से धान गलने का भी डर बना हुआ है।
बारिश के चलते धान की फसल डूबने पर जिला प्रसाशन ने आकलन करने के निर्देश राजस्व व कृषि अधिकारियो को दिए है। जिसके बाद मुआवजा का प्रकरण तैयार होगा। बता दे कि धमतरी जिले में एक जून से अब तक 845.9 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। भू अभिलेख शाखा से मिली जानकारी के मुताबिक जहां सबसे अधिक नगरी तहसील में 987.6 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। वहीं कुरूद तहसील में सबसे कम 640.2 मिलीमीटर औसत वर्षा हुई है। इसी तरह धमतरी तहसील में 980.6 मिलीमीटर, कुकरेल में 967.2 मिलीमीटर, मगरलोड में 829.8 मिलीमीटर और भखारा तहसील में 670 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। जिले में आज की औसत वर्षा 70.3 मिलीमीटर दर्ज की गई है। आज सबसे अधिक भखारा तहसील में 106 मिलीमीटर औसत वर्षा हुई। वहीं सबसे कम कुकरेल तहसील में 46.2 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। इसी तरह धमतरी तहसील में 89.6 मिलीमीटर, कुरूद में 66 मिलीमीटर, मगरलोड में 64.4 मिलीमीटर और नगरी तहसील में आज 49.4 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है।
बहरहाल धमतरी मे रूक रूककर हो रही बारिश ने किसानो की मुशीबत बढा दी है। पानी मे डूबने की वजह से किसान परेशान है। किसानो की सारी मेहनत पानी मे डूब गई है। अब जिला प्रशासन के सर्वे होने के बाद किसानो को मुआवजा मिल पाऐगा ।