प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा पावनता के पर्व रक्षा बंधन पर सेक्टर 7 स्थित पीस ऑडिटोरियम पर भिलाई सेवाकेन्द्रों की निदेशिका ब्रह्माकुमारी आशा दीदी द्वारा रक्षाबंधन का आध्यात्मिक अर्थ बताया गया कि तिलक आत्मिक स्तिथि का, राखी अशुद्धि,अपवित्रता,अवगुणों से रक्षा का एवं मिठाई पुरानी बातों को भूल सदा मीठे स्नेहयुक्त बोल के प्रतीक है।
आज़ादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत हर घर तिरंगा के साथ घर घर दिव्यता कार्यक्रम की शुरआत छतीसगढ़ सहित उड़ीसा,राजस्थान,इंदौर ज़ोन में 11 अगस्त से 18 अगस्त श्री कृष्ण जन्माष्टमी तक रहेगा।
जिसमे सभी तिरंगा फहराने के पश्चात भारत को स्वर्णिम भारत बनाने के संकल्प के साथ शाम 7 से 7:30 बजे तक विशेष राजयोग का अभ्यास करेंगे।
आशा बहनजी ने अन्तराष्ट्रिय मुख्यालय माउंट आबू से संस्था की मुख्य प्रशासिका दादी रत्न मोहिनी जी का पत्र पुष्प पढ़कर सभी को राखी की शुभकामनाये दी। एवं दादी द्वारा भेजी गई राखी सभी को दिखाई।
इस अवसर पर सशस्त्र सीमा बलS प्रमुख कमान्डेंट अशोक ठाकुर जी सहित सभी वर्गों के गणमान्य नागरिकों को भारत को स्वर्णिम भारत बनाने के लिए हर घर तिरंगा के साथ घर घर को अपने शुद्ध संकल्पों से दिव्य बनाने के आह्वान के साथ राखी बांधी गई।