भारत को कभी सोने की चिड़िया( golden) कहा जाता था। ने यहाँ शासन किया।जमकर लूटा। फिर अंग्रेज आए।600 साल की गुलामी और संघर्षों को झेलने के बावजूद हमारा देश आज अमेरिका, ब्रिटेन( britian) और रूस जैसी महाशक्तियों के साथ कदमताल कर रहा है।विदेशी शासकों के लूटने के बावजूद भारत काफी समृद्ध है।अंग्रेजों को तो जहां भी खजाने का पता चला, खाली कर डाला।
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बिंबिसार को सोने-चांदी और आभूषणों से बेहद लगाव था. सोना और सोने के आभूषणों को वे जमा करते रहते थे. बिंबिसार की एक रानी उसका बड़ा खयाल रखती थी. जब उसके बेटे अजातशत्रु ने अपने पिता को बंदी बनाकर सम्राट बन बैठा, तब बिंबिसार की पत्नी ने राजगीर में यह सोन भंडार बनाया और सारा खजाना इसमें छिपा दिया था।
बड़े चट्टान से ढका है कमरा
सोन भंडार गुफा में प्रवेश करने पर आपको 10X5 मीटर का एक कमरा दिखता है, जिसकी ऊंचाई महज 1.5 मीटर है. इस खजाने की रक्षा करनेवाले सैनिकों के लिए यह कमरा बनवाया गया था। इसी कमरे के दूसरी ओर खजाने वाला कमरा( room) है, जो एक बड़ी चट्टान से ढका हुआ है। इसे आज तक कोई खोल नहीं पाया है।
अंग्रेजों ने बरसाए गोले पर नाकाम रहे
इस गुफा में सोने के खजाने के बारे में अंग्रेजों को भी पता चला. बताया जाता है कि अंग्रेजों ने इस गुफा को तोप के गोले से उड़ाने की कोशिश भी की, लेकिन नाकामयाब रहे.