महासमुंद जिले के बलिदानी वीर नारायण सिंह जलाशय कोडार में बोटिंग , लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।इस वन चेतना केंद्र कुहरी, इको कोडार जलाशय में विभिन्न विभागों के द्वारा सैलानियों के सुख-सुविधा के लिए अपने-अपने स्तर से विभिन्न सामग्रियां मुहैया कराई गई हैं। बारिश से लबालब कोडार बांध सहसा पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है। कई एडवेंचर एक्टिविटी के कारण अपने परिवार सहित पर्यटक यहां रोजाना बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं।
इको पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने 8 माह पूर्व ही कोडार बांध का लोकार्पण किया गया था। कोडार जलाशय महासमुन्द – सरायपाली के नेशनल हाईवे-53 से नजदीक होने के कारण आने-जाने वाले लोगों को यहां सुकून का अनुभव होता है। जलाशय में बोटिंग की सुविधा के साथ ही कम दाम में टेंटिंग मे ठहरने के इंतजाम भी किए गए है। प्राकृतिक छटा के बीच स्थित कोडर बांध में लोग सुकून की तलाश में यहां क्वालिटी टाइम बिताने पहुंच रहे हैं।
जिला प्रशासन द्वारा अपने विभिन्न विभागों के माध्यम से वन चेतना केंद्र , कुहरी इको कोडार जलाशय में सैलानियों की और ज्यादा सहूलियत के लिए अपने-अपने स्तर पर उनकी जरूरत के हिसाब से सामग्रियां प्रदान कर पर्यटकों को सुविधा उपल्ब्ध करा रही है। नगर पालिका महासमुंद ने वन चेतना केंद्र की स्वच्छता के मद्देनजर गीला सूखा कचरा रखने के लिए अलग-अलग डस्टबिन स्थापित किया हुआ है । अपने कई एडवेंचर एक्टिविटी के कारण पर्यटकों के बीच खासा लोकप्रिय है। इसी वजह न सिर्फ महासमुन्द बल्कि आस पास के जिले से लोगों यह पर्यटन स्थल अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।कोडार जलाशय में नौका विहार के लिए बोटिंग की सुविधा सैलानियों के लिए उपलब्ध है। वहीं कम दाम पर टेंटिंग में ठहरने के इंतजाम भी किए गए हैं। फिलहाल चार टेटिंग लगाए गए है।पर्यटकों और बच्चों के लिए क्रिकेट, वालीबाल, कैरम, शतरंज के साथ ही कई सुविधा भी इस इको पर्यटन केंद्र में उपलब्ध है।