ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। Sariya And Cement Rate मानसून छाने के बाद देश में बारिश का सीजन शुरू हो चूका है और इसका सीधा असर दिखने को मिला है। दरअसल बारिश के मौसम का कंस्ट्रक्शन सेक्टर (construction sector) पर सबसे ज्यादा असर पड़ता है। बारिश का मौसम आते ही कंस्ट्रक्शन के कई सामानों जैसे बालू, सीमेंट आदि की कमी आने लग जाती है। इस कारण इनके भाव में तेजी आ जाती हैं। अगस्त महीने के पहले दो सप्ताह के दौरान सस्ता होने के बाद एक बार फिर से देश के विभिन्न शहरों में सरिया के भाव (Saria Rate) में तेजी आने लगी है।
हालांकि यह अभी भी कुछ शहरों में एक महीने पहले की तुलना में 3000 से लेकर 3200 रुपये प्रति टन तक सस्ता मिल रहा है. वहीं इस दौरान मुंबई जैसे शहरों में सरिये का रेट 900 रुपये प्रति टन तक बढ़ गया है। कारोबारियों का कहना है मानूसन के कारण कीमतें कम होने से इसकी डिमांड आने लगी है. लोग अपना घर बनवाने का सपना पूरा करने के लिए सरिया समेत अन्य भवन निर्माण सामग्रियां खरीद रहे हैं। घर की मजबूती के लिए सरिया सबसे जरूरी सामग्री है और इसके भाव कम होने से घर बनवाने की लागत (House Construction Cost) में भी गिरावट आती है. उन्होंने कहा कि अभी सरिया खरीदने का अच्छा समय है, क्योंकि मानसून के कमजोर पड़ने के साथ ही इनके भाव फिर तेजी से चढ़ने लग जाएंगे।
जून में रिकॉर्ड सस्ता हुआ था सरिया :
भवन निर्माण सामग्रियों की कीमतें (Building Materials Prices) इस साल के मार्च-अप्रैल महीने के दौरान अपने उच्च स्तर पर पहुंच गई थीं. उसके बाद सरिया (Saria), सीमेंट (Cement) जैसी सामग्रियों की कीमतों में तेजी से नरमी आई थी. खासकर सरिया के रेट जून महीने के पहले सप्ताह तक लगातार कम हुए थे. सरिया के मामले में तो भाव करीब-करीब आधे हो गए थे. हालांकि इसके बाद जून महीने में ही फिर से इनके दाम तेजी से बढ़ने लग गए थे. पिछले डेढ़ महीने के दौरान तो लगभग हर सप्ताह सरिया का रेट करीब 1000 रुपये ऊपर चढ़ा था. अभी देश के लगभग हर हिस्से में बढ़िया बारिश हो रही है, जिस कारण निर्माण संबंधी गतिविधियां सुस्त पड़ी हैं।
मार्च में सरिये ने बनाया था ये रिकॉर्ड :
मार्च के महीने में कुछ जगहों पर सरिये का भाव 85 हजार रुपये टन तक पहुंच गया था. अभी यह अलग-अलग शहर के हिसाब से 51,000 रुपये से लेकर 59,000 रुपये प्रति टन तक के भाव में मिल रहा है. जून महीने के पहले सप्ताह में तो यह कम होकर कई जगहों पर 44 हजार रुपये टन के पास आ गया था. ब्रांडेड सरिये का भाव भी कम होकर जून महीने की शुरुआत में 80-85 हजार रुपये प्रति टन तक आ गया था, जो मार्च 2022 में 01 लाख रुपये प्रति टन के पास पहुंच गया था. जुलाई महीने के दौरान भी सरिये के भाव में तेजी आई थी।
जानें अपने शहर में सरिया का ताजा भाव :
भारत के प्रमुख शहरों में सरिया के रेट अलग-अलग मात्रा में बदले हैं. आयरनमार्ट (ayronmart) वेबसाइट सरिये की कीमतों की घट-बढ़ पर नजर रखती है और उसी आधार पर कीमतों को अपडेट करती है. देश के प्रमुख शहरों की बात करें अभी देश में सबसे सस्ता सरिया पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर और कोलकाता में मिल रहा है, जहां इसका ताजा रेट 51,000 रुपये प्रति टन है. वहीं उत्तर प्रदेश के कानपुर में इसका रेट सबसे ज्यादा है. कानपुर में सरिया अभी 59,000 रुपये प्रति टन के भाव में मिल रहा है. देखें प्रमुख शहरों में क्या है सरिये का भाव…सभी कीमतें रुपये प्रति टन में हैं।
विभिन्न शहरों में सरिये का भाव :
शहर (राज्य) | 12 जुलाई | 13 अगस्त | अंतर |
दुर्गापुर (पश्चिम बंगाल) | 51,500 | 51,000 | -500 |
कोलकाता (पश्चिम बंगाल) | 52,000 | 51,000 | -1000 |
रायगढ़ (छत्तीसगढ़) | 55,200 | 52,000 | -3200 |
राउरकेला (ओडिशा) | 56,200 | 53,000 | -3200 |
नागपुर (महाराष्ट्र) | 56,000 | 53,300 | -2700 |
हैदराबाद (तेलंगाना) | 58,000 | 55,000 | -3000 |
जयपुर (राजस्थान) | 58,000 | 56,100 | -1900 |
भावनगर (गुजरात) | 58,000 | 56,500 | -1500 |
मुजफ्फरनगर (UP) | 57,800 | 55,000 | -2800 |
गाजियाबाद (UP) | 58,200 | 55,800 | -2400 |
इंदौर (मध्य प्रदेश) | 56,500 | 55,800 | -700 |
गोवा | 57,600 | 56,100 | -1500 |
जालना (महाराष्ट्र) | 56,500 | 56,200 | -300 |
मंडी गोविंदगढ़ (पंजाब) | 59,700 | 58,100 | -1600 |
चेन्नई (तमिलनाडु) | 59,700 | 57,000 | -2700 |
दिल्ली | 58,800 | 57,300 | -1500 |
मुंबई (महाराष्ट्र) | 55,700 | 56,600 | +900 |
कानपुर (उत्तर प्रदेश) | 61,800 | 59,000 | -2,800 |