दुर्ग नेशनल हाईवे पर कल छात्रा की मौत के बाद दिनभर सड़क जाम करने वालों पर पुलिस का गुस्सा फूटा। पुलिस ने गुरुवार रात को उरला गांव पहुंचकर फोरलेन जाम करने वालों का इलाज किया। पुलिस ने गांव में युवकों को दौड़ा-दौड़ाकर मारा। इस दौरान गांव के कुछ युवकों ने इसका वीडियो बनाया जो अब वायरल हो रहा है। इस मामले में उरला गांव निवासी और दुर्ग सांसद विजय बघेल का कहना है कि पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करना सही नहीं है इसकी जांच होनी चाहिए।
दरअसल मामला गुरुवार दोपहर को 12 बजे जंजगिरी पेट्रोल पंप के पास फोरलेन के क्रासिंग पर स्कूल से लौट रही छात्रा खुशी साहू 15 साल मिक्चर मशीन की चपेट में आ गई जिससे उसकी मौत हो गई। घटना के बाद उरला गांव के लोगों ने फोरलेन पर लगभग 8 घंटों तक चक्काजाम किया। इस दौरान दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई थी। रात 8:30 बजे जाम क्लीयर हुआ। इसके बाद पुलिस की टीमें उरला गांव पहुंची और चक्काजाम करने वालों का इलाज किया, फोरलेन जाम करने से दिनभर आवाजाही प्रभावित रही और इसके कारण आम लोगों के साथ की पुलिस भी परेशान रही। जाम खुलने के बाद पुलिस सीधे गांव पहुंची और एक एककर हुडदंगियों को पीटा। बताया जा रहा है इस दौरान पुलिस को जो मिला उसकी पिटाई की। जो भी घर से बाहर मिला, उसे दौड़ा-दौड़ा कर बुरी तरह से लाठियों से पीटा गया। दुर्ग सांसद विजय बघेल का कहना है कि हमने गांव वाले और मृतक के परिजनों से बात कर दुख व्यक्त करता हूं, लेकिन पुलिस वाले गलत किए की लाठी चार्ज नहीं करना था, जो शांत घर के सामने खड़े थे उन पर भी पुलिस वाले ने लाठी बरसाया, अब यहां जांच का विषय है जांच होनी चाहिए।