रायपुर। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के रूप में सांसद अरुण साव व नेता प्रतिपक्ष के रूप में नारायण चंदेल की ताजपोशी के बाद अब जल्द ही पार्टी द्वारा भाजयुमो अध्यक्ष को भी बदलने की सम्भावनाएँ दिख रही है । मौजूदा भाजयुमो अध्यक्ष ओबीसी वर्ग से है, चूँकि भाजपा अध्यक्ष अरुण साव और नारायण चंदेल भी ओबीसी वर्ग से आते है ऐसे में पार्टी सामान्य वर्ग को साधने युवा अध्यक्ष पर दांव खेल सकती है । लेकिन कयास सामान्य वर्ग से और अनुसूचित जनजाति वर्ग से ही भाजयुमो अध्यक्ष के लगाए जा रहे है चूँकि भाजपा छत्तीसगढ़ से एक मात्र केन्द्रीय मंत्री व भाजयुमो राष्ट्रीय मंत्री अनुसूचित जनजाति वर्ग से होने एवं पूर्व अध्यक्ष विष्णुदेव साय को केन्द्रीय आयोग में लिए जाने की अटकले को बाद अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि नया भाजयुमो अध्यक्ष सवर्ण समाज से दिया जा सकता है. चूँकि भाजपा छत्तीसगढ़ ने अभी तक कोई भी बड़ा नया प्रतिनिधित्व सामान्य वर्ग से नहीं दिया है अतः सवर्ण समाज का अभिमत भाजपा की झोली में ही जाए इसकी भी पार्टी द्वारा चिंता की जा रही है। संगठन के राष्ट्रीय प्रतिनिधि के रूप में पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर और पूर्व सांसद चंदूलाल साहू व पूर्व सांसद लखन साहू का पिछड़े वर्ग से आने के कारण पार्टी द्वारा योग्य सवर्ण युवा की तलाश की जा रही है, जो जल्द पूरी हो सकती है।
भाजपा द्वारा सवर्ण समाज से युवा नेता खोजने को हाल ही में हुए युवक कांग्रेस के चुनाव और युवा कांग्रेस में आने वाले नए अध्यक्ष से भी जोड़कर देखा जा रहा है. युवक कांग्रेस के नए अध्यक्ष के रूप में सदस्यता में अग्रणी रहे दोनों प्रतिस्पर्धी सवर्ण समाज से आते है, जिनमे से एक का अध्यक्ष बनना मानो तय है। ऐसे में जातिगत समीकरण की बिसात बिछाने व सामान्य वर्ग को साधने की भी पार्टी द्वारा नए युवा अध्यक्ष के रूप में कोशिश व प्रयोग किए जा सकते है। फ़िलहाल पूरा भाजपा संगठन 24 अगस्त को प्रदेश कांग्रेस सरकार के ख़िलाफ़ युवा मोर्चा के नेतृत्व में रोज़गार आधारित विषयों को लेकर आक्रामक रूप में एक बड़ा आंदोलन करने की तैयारी कर रही है और पूरा भाजपा संगठन पूर्ण रूप से इसमें शामिल हो चुका है।