कोरिया जिले के चिरमिरी की निवासी विवाहिता का भरोसा जीतकर युवक ने छत्तीसगढ़ के एक मंत्रालय में नौकरी लगवाने का झांसा देकर साढ़े तीन लाख की ठगी कर ली गई। युवक ने विवाहिता का फार्म भी भरवाया और 2-3 बार उसे मंत्रालय भी ले गया, लेकिन नौकरी नहीं लगी। विवाहिता को ठगी का एहसास होने पर उसने पैसे वापस मांगे तो अब युवक रुपये भी वापस नहीं कर रहा है। महिला की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कर लिया है।
कोरिया जिले के चिरमिरी निवासी रीता सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि करीब सवा साल पहले वह प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थी। उसके घर रवि गुप्ता नामक शख्स का आना- जाना था। उसने रीता सिंह को छत्तीसगढ़ के मंत्रालय रायपुर में नौकरी लगवाने का झांसा दिया और पैसे की व्यवस्था करने कहा। रवि गुप्ता की बातों का भरोसा कर 12 मार्च को 30 हजार रुपये बैंक के माध्यम से उसके खाते में एवं पति के एकाउंट से ऑनलाइन एवं 30 हजार रुपये नकद सहित कुल 3 लाख 50 हजार रुपये दे दिए।
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
रीता सिंह ने बताया कि रुपये लेने के बाद आरोपी ने उससे एक फार्म भराया और 2 से 3 तीन बार रायपुर मंत्रालय भी ले गया। करीब एक वर्ष बीतने के बाद रवि से जब नौकरी के बारे में पूछा तो वह बहाना बनाने लगा। मामले में सीएसपी चिरमिरी से शिकायत करने पर उन्होंने आरोपी रवि गुप्ता को बुलाकर पूछताछ की तो उसने पैसे किश्तों में वापस करने का आश्वासन दिया। 10 अगस्त 2021 से अब तक कुल 17 हजार रुपये वापस किए हैं। शेष 3 लाख 33 हजार रुपये नहीं लौटाया है। मामले की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी रवि गुप्ता के खिलाफ धारा 420 के तहत अपराध दर्ज किया है।
केबीसी का लाटरी लगने का झांसा देकर डेढ़ लाख की ठगी
दूसरी ओर कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर निवासी युवक को केबीसी की लाटरी लगने का झांसा देकर युवक से डेढ़ लाख रुपये की ऑनलाइन ठगी कर ली गई। आरोपी ने व्हाट्सअप में 25 लाख रुपये का फर्जी चेक दिखाकर प्रोसेसिंग व टैक्स के नाम पर किश्तों में अपने खाते में रुपये ट्रांसफर करा लिए।
बैकुंठपुर कोतवाली अंतर्गत स्कूलपारा निवासी सत्यम गुप्ता पिता रूद्र कुमार गुप्ता ने पुलिस अधीक्षक को उससे ठगी किए जाने की शिकायत करते हुए बताया कि 3 जून को अज्ञात शख्स ने वीडियो कॉल कर स्वयं को केबीसी का मैनेजर बताया। इसके बाद कहा कि उसकी 25 लाख रुपए की लॉटरी लगी है। यदि ये रुपए चाहिये तो डेढ़ लाख रुपये देने पड़ेंगे। वीडियो कॉल के माध्यम से एक व्यक्ति जिसने अपना नाम राणा प्रताप सिंह मुम्बई केबीसी डिपार्टमेंट से मैनेजर बताया। अज्ञात आरोपी द्वारा वाट्सएप नम्बर 8126875899 के माध्यम से छलपूर्वक धोखाधड़ी कर खाता नम्बर 3196861033 में अलग-अलग कुल 1 लाख 50 हजार रुपये जमा कराकर आहरण कर लिया गया है।
व्हाट्सएप में भेजा 25 लाख का फर्जी चेक
10 जून को भारतीय स्टेट बैंक का 25 लाख का एक फर्जी चेक वाट्सएप में भेजा और कहा कि ऑरिजिनल चेक चाहिए। उसने कहा कि 10 हजार रुपये जमा करना पड़ेगा। ठगी के शिकार हुए युवक ने डेढ़ लाख रुपए वापस मांगा तो गाली-गलौज भी कर रहा है। मामले में आरोपी के खिलाफ धारा 419, 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।