भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) ने सोमवार को कहा कि आधार (Aadhar card) वोटर लिस्ट (Voter list) में ना जुड़वा पाने की स्थिति में मतदाता सूची में दर्ज किसी भी रिकॉर्ड को नहीं हटाया जाएगा। आयोग ने सोशल मीडिया में इसे लेकर फैली एक अफवाह पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
चुनाव आयोग ने कहा, ”सोशल मीडिया (Social Media) पर फैलाई गई अफवाहों के संदर्भ में यह कहा जा रहा है कि मतदाताओं के लिए फॉर्म-6बी भरकर जमा करना उनकी इच्छा के अनुरूप है। अगर कोई व्यक्ति आधार संख्या प्रस्तुत करने या सूचित करने में असमर्थ है तो इस स्थिति में मतदाता सूची में दर्ज जानकारी नहीं हटाई जाएगी।”
निर्वाचन आयोग ने इस साल 4 जुलाई को समस्त राज्यों के सभी मुख्य चुनाव अधिकारियों को जारी किए गए अपने पत्र का भी हवाला दिया, जिसमें कहा गया था कि मतदाता सूची में प्रविष्टियों का प्रमाणीकरण करने और मतदाताओं की पहचान स्थापित करने के लिए आधार लिंक कराना मतदाताओं के लिए स्वैच्छिक होगा।
मतदाता सूची के आंकड़ों के साथ आधार संख्या को जोड़ने के लिए संशोधित पंजीकरण फॉर्म में मतदाताओं के आधार विवरण प्राप्त करने का प्रावधान किया गया है। इस वक्त मौजूद मतदाताओं की आधार संख्या एकत्र करने के लिए एक नए फॉर्म-6 बी की पेशकश की गई है।