बिलासपुर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्वावलंबी छत्तीसगढ़ योजना की प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे युवा आत्मनिर्भर बनेंगे। विश्वविद्यालय का यह अभिनव पहल देश के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.आलोक कुमार चक्रवाल रविवार को राष्ट्रपति व गुरु घासीदास विश्वविद्यालय की विजिटर द्रौपदी मुर्मु से राष्ट्रपति भवन में सौजन्य भेंट की। कुलपति प्रो. चक्रवाल ने राष्ट्रपति मुर्मु को राष्ट्रपति पद व केंद्रीय विश्वविद्यालय के विजिटर के रूप में दायित्व ग्रहण करने पर हार्दिक प्रसन्न्ता व्यक्त की और बधाई दी। प्रो. चक्रवाल ने राष्ट्रपति मुर्मु का पुष्पगुच्छ प्रदान कर सम्मान किया।
इस सौजन्य भेंट के अवसर पर कुलपति प्रो. चक्रवाल ने उन्हें जनजातीय गौरव के प्रतीक और महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भगवान बिरसा मुंडा के जीवन, स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में उनके महत्वपूर्ण योगदान एवं उच्च नैतिक आदर्शों को समर्पित पुस्तक बिरसा मुंडा- जनजातीय गौरव की प्रति भेंट की। उल्लेखनीय है कि इस पुस्तक का संपादन कुलपति प्रो. चक्रवाल ने किया है।
इस खास अवसर पर कुलपति प्रो. चक्रवाल ने विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के संपूर्ण सफल क्रियान्वयन के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में उल्लेखित रोजगारपरक शिक्षा, कौशल विकास एवं मूल्य आधारित शिक्षा के बिंदुओं को अंगीकार करते हुए विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षा के साथ भी, शिक्षा के बाद भी की अवधारणा के साथ स्वावलंबी छत्तीसगढ़ योजना को प्रारंभ करने को लेकर अवगत कराया।
युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की पहल
कुलपति ने बताया कि छत्तीसगढ़ के युवाओं को कौशल विकास के साथ उद्यमिता सहित विभिन्न् क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनाने के लिए यह अभिनव पहल की गई है। छत्तीसगढ़ राज्य के युवा इस संकल्प के अंतर्गत अध्ययनकाल के दौरान ही भविष्य की चुनौतियों के लिए स्वावलंबन, साहस एवं बुद्धि कौशल से संपन्न् होंगे। विश्वविद्यालय की विभिन्न् अकादमिक, शोध एवं अनुसंधान के क्षेत्र में हो रही प्रगति का उल्लेख भी इस मुलाकात में किया।
जनजातीय विद्यार्थियों के लिए है परियोजना
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को कुलपति आलोक कुमार चक्रवाल ने जनजातीय विद्यार्थियों के लिए चलाई जा रही सेंटर फार इंटीग्रेटेड कम्यूनिटी एम्पावरमेंट एंड सस्टेनेबल डेवेलपमेंट थ्रू ट्रेनिंग ऑफ शैड्यूल्ड ट्राइब्स इन छत्तीसगढ़ परियोजना के विषय में भी जानकारी दी। इस सेंटर के तहत जनजातीय विद्यार्थियों को निशशुल्क आवासीय सुविधा के साथ विभिन्न् राष्ट्रीय व राज्य स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार किया जाएगा।
राष्ट्रपति ने गुरु घासीदास विश्वविद्यालय की प्रगति को लेकर प्रसन्न्ता व्यक्त की। उम्मीद जताई कि आने वाले वर्षों में विश्वविद्यालय अकादमिक, शोध व अन्य पाठ्येत्तर गतिविधियों में देश का अग्रणी विश्वविद्यालय बनेगा।